Bhai Dooj 2024 : दिवाली के बाद भाई दूज पर करें ये शुभ काम, रिश्ते में घुल जाएंगे और भी मिठास
आइए जानते हैं कि भाई दूज के शुभ दिन पर कौन से कार्य करने चाहिए और किन चीजों से बचना चाहिए ताकि भाई-बहन के रिश्ते में प्रेम और समर्पण बढ़ सके।
Bhai Dooj : भाई दूज का पर्व जो भाई-बहन के अटूट रिश्ते को समर्पित है, दिवाली के दो दिन बाद मनाया जाता है। यह दिन रक्षाबंधन के बाद भाई-बहन के स्नेह का दूसरा बड़ा पर्व है, जिसमें बहनें भाई की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि की कामना करती हैं। आइए जानते हैं कि इस शुभ दिन पर कौन से कार्य करने चाहिए और किन चीजों से बचना चाहिए ताकि भाई-बहन के रिश्ते में प्रेम और समर्पण बढ़ सके।
Bhai Dooj पर क्या करें
स्नान और पूजा
भाई दूज की पूजा में बहनें अपने भाई के माथे पर चंदन, अक्षत, और रोली का तिलक लगाकर उसकी लंबी उम्र की कामना करें। भाई को मिठाई खिलाएं और आरती उतारें। यह कार्य शुभ मुहूर्त में ही करें।
भाई को भोजन कराएं
परंपरा के अनुसार, इस दिन बहन अपने भाई को घर का बना भोजन कराती हैं। इस भोजन में पूरी, हलवा, और मिठाई विशेष रूप से शामिल होती है। यह रिश्ते में प्रेम और समर्पण को बढ़ाता है।
दक्षिणा का आदान-प्रदान
भाई अपनी बहन को उपहार स्वरूप दक्षिणा या उपहार देकर अपनी कृतज्ञता प्रकट करें। इससे रिश्ते में प्यार और समर्पण का भाव बढ़ता है।
भाई दूज पर क्या न करें
झगड़ा या विवाद न करें
तिलक का कार्य दिन के समय में शुभ माना जाता है, इसलिए इसे शाम के समय करने से बचें। तिलक का समय दिन के दौरान शुभ मुहूर्त के अनुसार ही चुनें।
काले रंग के कपड़े न पहनें
भाई दूज के शुभ अवसर पर काले रंग के कपड़ों को पहनने से बचना चाहिए, इसे अशुभ माना गया है। इसके बजाय, उज्ज्वल और शुभ रंग के वस्त्र पहनें जो स्नेह का प्रतीक माने जाते हैं।
उधार का लेन-देन न करें
भाई दूज के दिन उधार लेना-देना अशुभ माना जाता है। इस दिन के कार्यों को रिश्तों को मजबूत करने के प्रतीक के रूप में लें।
भाई दूज का पर्व भाई-बहन के रिश्ते को सशक्त बनाने का अवसर है। इन परंपराओं और नियमों का पालन करने से भाई-बहन के संबंधों में स्नेह और सम्मान बढ़ता है। इस शुभ दिन पर, सभी भाई-बहन एक-दूसरे के सुख-समृद्धि और लंबी उम्र की कामना करते हैं।
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं पर आधारित है.JournalistIndia इन मान्यताओं की पुष्टि नहीं करता है. यहां पर दी गई किसी भी प्रकार की जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह अवश्य ले लें.