Religion Festival of lights : आत्मा का दीपोत्सव Journalist India Oct 8, 2025 Festival of lights : आत्मा का दीपोत्सव हे मानव! रावण केवल सोने का लंका-पति नहीं था, वह तेरे भीतर पलने वाला अहंकार है। वह तेरी वाणी का कठोर शब्द है, तेरे मन का विकार है, स्वार्थ और…