Govardhan Puja के दिन भूलकर भी ना करें ये काम, वरना पूजा का फल हो सकता है अधूरा

गोवर्धन पूजा का पर्व धार्मिक आस्था, पवित्रता और प्रकृति प्रेम का प्रतीक है। इस दिन कुछ विशेष कार्यों से बचकर और शुद्ध भाव से पूजा-अर्चना कर भगवान श्रीकृष्ण की कृपा प्राप्त की जा सकती है।

Govardhan Puja : आज देशभर में गोवर्धन पूजा का पावन पर्व मनाया जा रहा है। यह पर्व भगवान श्रीकृष्ण द्वारा गोवर्धन पर्वत उठाकर गोकुलवासियों को इंद्र के प्रकोप से बचाने की स्मृति में मनाया जाता है। हर साल कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा के दिन मनाया जाने वाला यह पर्व, भक्तों के लिए विशेष महत्व रखता है। इस दिन कई धार्मिक नियमों और परंपराओं का पालन किया जाता है ताकि भगवान श्रीकृष्ण की कृपा प्राप्त हो सके। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, गोवर्धन पूजा के दिन कुछ विशेष कार्यों से बचना जरूरी है। आइए जानते हैं वे काम जिन्हें गोवर्धन पूजा के दिन गलती से भी करने से बचना चाहिए, वरना पूजा का प्रभाव कम हो सकता है।

घर में स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें

गोवर्धन पूजा के दिन घर में विशेष रूप से स्वच्छता का ध्यान रखना चाहिए। धार्मिक मान्यता है कि भगवान श्रीकृष्ण इस दिन घरों में वास करते हैं। इसलिए घर को साफ-सुथरा और पवित्र रखना चाहिए। इस दिन घर में गंदगी होने से सकारात्मक ऊर्जा प्रभावित होती है और भगवान की कृपा भी कम हो सकती है।

मांसाहार और मदिरा का सेवन न करें

धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, गोवर्धन पूजा के दिन मांसाहार और मदिरा का सेवन वर्जित माना गया है। यह दिन पवित्रता और संयम का प्रतीक है, इसलिए मांसाहारी भोजन और किसी भी प्रकार के नशे का त्याग करना चाहिए। इससे पूजा का फल शुद्ध और पूर्ण रूप से प्राप्त होता है।

क्रोध और कटु वचन से बचें

गोवर्धन पूजा के दिन क्रोध करना और किसी से कटु शब्द कहना अशुभ माना जाता है। इस दिन भगवान श्रीकृष्ण की आराधना और सच्ची श्रद्धा से पूजा की जाती है। अगर इस दिन किसी के साथ कठोर शब्दों का प्रयोग किया जाए, तो पूजा का फल नष्ट हो सकता है। इसलिए, इस दिन शांत और मधुर स्वभाव बनाए रखें।

गोवंश का सम्मान करें और उन्हें तकलीफ न दें

गोवर्धन पूजा का पर्व गोवंश और प्रकृति की पूजा के लिए भी विशेष माना जाता है। इस दिन गायों और अन्य जानवरों का सम्मान किया जाता है। अगर इस दिन किसी जानवर को कष्ट पहुंचाया जाता है या उनका अनादर किया जाता है, तो भगवान श्रीकृष्ण की कृपा प्राप्त नहीं होती। गायों को चारा खिलाना और उनकी सेवा करना इस दिन का एक महत्वपूर्ण अंग है।

झूठ न बोलें और छल-कपट से बचें

इस दिन हर प्रकार के झूठ और छल-कपट से दूर रहना चाहिए। गोवर्धन पूजा के दिन सच्चाई और शुद्धता का विशेष महत्व होता है। इसलिए, इस दिन ईमानदार बने रहें और किसी भी प्रकार का धोखा या छल न करें।

गोवर्धन पूजा का महत्व

गोवर्धन पूजा का संबंध भगवान श्रीकृष्ण के उस उपदेश से है, जिसमें उन्होंने प्रकृति की पूजा करने और गौ माता के संरक्षण का संदेश दिया। इस दिन गोधन (गायों) की पूजा की जाती है और गोवर्धन पर्वत को प्रतीक रूप में पूजने की परंपरा है। श्रीकृष्ण ने गोकुलवासियों को बताया था कि प्रकृति का सम्मान और उसकी रक्षा करना हमारा कर्तव्य है। इस दिन लोग गोवर्धन की प्रतीकात्मक परिक्रमा करते हैं और प्रसाद वितरण

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं पर आधारित है.JournalistIndia इन मान्यताओं की पुष्टि नहीं करता है. यहां पर दी गई किसी भी प्रकार की जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह अवश्य ले लें.

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