Weather : सर्दी का असर फीका, दिल्ली-NCR में बारिश का अलर्ट, जानें क्यों नहीं महसूस हो रही ठंड
Delhi-Ncr उत्तर प्रदेश और बिहार में लोग ठंड के आने का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन नवंबर के बावजूद ठंड का अहसास गायब है।
Weather : दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश और बिहार में लोग ठंड के आने का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन नवंबर के बावजूद ठंड का अहसास गायब है। मौसम विभाग(IMD) के अनुसार, इस देरी का मुख्य कारण पश्चिमी विक्षोभ और बंगाल की खाड़ी में बने मौसमी सिस्टम हैं, जो ठंडक लाने के बजाय क्षेत्र में नमी और बारिश का कारण बन रहे हैं। इसी के चलते मौसम विभाग ने बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया है, जिससे तापमान में और बदलाव की संभावना है।
पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव
मौसम विभाग(IMD) का कहना है कि फिलहाल सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ ठंडी हवा को उत्तर भारत तक पहुंचने से रोक रहा है। पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी हो रही है, लेकिन मैदानों में नमी बढ़ी हुई है। यही कारण है कि दिल्ली, यूपी, और बिहार में अपेक्षित ठंड अभी महसूस नहीं हो रही है।
बंगाल की खाड़ी में बना निम्न दबाव का क्षेत्र और सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ मिलकर मौसम पर असर डाल रहे हैं, जिससे हवा में नमी बरकरार है। इससे उत्तर भारत के कई हिस्सों में हल्की बारिश हो सकती है। यह सिस्टम धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा है, जिससे यूपी और बिहार में भी बारिश की संभावना है।
बारिश का येलो अलर्ट
मौसम विभाग ने दिल्ली-एनसीआर, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और बिहार में हल्की बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। अगले कुछ दिनों तक बारिश या हल्की बूंदाबांदी होने की संभावना है, जिससे ठंड में तेजी से वृद्धि की उम्मीद कम है। दिन और रात के तापमान में भी उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है।
ठंड कब देगी दस्तक?
मौसम विभाग का अनुमान है कि नवंबर के मध्य या अंत तक ठंड बढ़ सकती है, क्योंकि तब पश्चिमी विक्षोभ का असर घटेगा। पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी के चलते तापमान गिर सकता है और ठंडी हवाएं मैदानों तक पहुंच सकती हैं।
सर्दी के इंतजार में लोग
उत्तर भारत के मैदानी क्षेत्रों में लोग नवंबर की ठंड का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, लेकिन बारिश और बदलते मौसम के कारण ठंड का अहसास फिलहाल नहीं हो रहा। मौसम विभाग के मुताबिक, इस सप्ताह तक बारिश का असर बना रहेगा और ठंड में वृद्धि के लिए संभवतः महीने के अंत तक इंतजार करना पड़ेगा। उत्तर भारत में ठंड के आदी लोगों के लिए यह मौसम एक अप्रत्याशित बदलाव लाया है। अब देखना यह है कि असली सर्दी कब दस्तक देती है।