दिल्ली में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर Arvind Kejriwal ने साधा अमित शाह पर निशाना, इन सवालों का मांगा जवाब
आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल का कहना है, कि दिल्ली में कानून-व्यवस्था पूरी तरह से बिखर चुकी है। मुंबई की तरह गैंगवार के मामले बढ़ गए हैं। पिछले तीन महीनों में यमुना पार में 20 लोगों की हत्या हो चुकी है। 10 साल पहले मुझे....
Arvind Kejriwal : आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली को दुनिया की सबसे असुरक्षित राजधानी बताते हुए केंद्र सरकार और गृह मंत्री अमित शाह पर कानून-व्यवस्था बनाए रखने में असफल होने का आरोप लगाया। उन्होंने एक मैप जारी किया, जिसमें दिखाया कि अमित शाह के आवास के नजदीक हाल के दिनों में कितनी आपराधिक घटनाएं घटी हैं।
केजरीवाल ने कहा, “दिल्ली में कानून-व्यवस्था पूरी तरह से बिखर चुकी है। मुंबई की तरह गैंगवार के मामले बढ़ गए हैं। पिछले तीन महीनों में यमुना पार में 20 लोगों की हत्या हो चुकी है। 10 साल पहले मुझे स्कूल, बिजली, पानी, और स्वास्थ्य की जिम्मेदारी दी गई थी, जिन्हें मैंने ठीक किया। लेकिन दिल्ली में सुरक्षा की जिम्मेदारी केंद्र सरकार की है।”
Map के ज़रिए देखिए कैसे अमित शाह अपने घर से चंद किलोमीटर दूर तक भी दिल्ली को सुरक्षित नहीं रख पा रहे #BJPMakesDelhiGangsterCapital pic.twitter.com/4LmCroywit
— AAP (@AamAadmiParty) November 28, 2024
Arvind Kejriwal ने अमित शाह पर साधा निशाना
उन्होंने यह भी कहा, “दिल्ली में कानून-व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी अमित शाह की है, और वे इस जिम्मेदारी को निभाने में पूरी तरह से विफल रहे हैं। दिल्ली को आज ‘रेप कैपिटल’ और ‘गैंगस्टर कैपिटल’ कहा जा रहा है। महिलाएं और व्यापारी सबसे ज्यादा डर में हैं। पिछले एक साल में 160 फिरौती कॉल आई हैं, जिनमें से कई कॉल्स लोग रिपोर्ट भी नहीं करते। दिल्ली में व्यापार करना अब खतरे से खाली नहीं रहा। यह सब घटनाएं अमित शाह के घर से कुछ किलोमीटर के दायरे में हो रही हैं।”
केजरीवाल ने आगे कहा, “अगर अमित शाह अपने घर के पास की सुरक्षा नहीं कर पा रहे हैं, तो वे पूरे देश की सुरक्षा कैसे संभालेंगे? बीजेपी ‘बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ’ का नारा देती है, लेकिन बेटी बचाने की जिम्मेदारी तो उनकी थी, और वे इसमें नाकाम रहे हैं। दिल्ली के लोग अब भय के माहौल में जी रहे हैं। अगर यह जिम्मेदारी अमित शाह से नहीं संभल रही तो उन्हें यह जिम्मेदारी किसी और को सौंप देनी चाहिए।”