Health Tips : छठ पूजा में डायबिटीज मरीजों के लिए जरूरी हेल्दी टिप्स, वरना बिगड़ सकता है शुगर लेवल!
Chhath Puja : छठ पूजा के इस पावन पर्व पर डायबिटीज के मरीजों के लिए उपवास रखना कठिन हो सकता है, लेकिन यदि इन सावधानियों का पालन किया जाए तो इसे स्वस्थ और सुरक्षित तरीके से मनाया जा सकता है।
Chhath Puja : छठ पूजा का पर्व हिंदू धर्म में अत्यधिक श्रद्धा और आस्था के साथ मनाया जाता है। इस दौरान उपवास और प्रसाद का विशेष महत्व होता है, जिसमें गन्ने का रस, ठेकुआ, और गुड़ जैसे मीठे पदार्थों का सेवन प्रमुख होता है। हालांकि, यह पर्व डायबिटीज (मधुमेह) के मरीजों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है, क्योंकि प्रसाद और उपवास उनकी शुगर लेवल पर असर डाल सकते हैं। ऐसे में कुछ सावधानियां बरतने से डायबिटीज के मरीज सुरक्षित और स्वस्थ रहते हुए छठ पूजा मना सकते हैं।
शुगर लेवल पर नजर रखें
छठ पूजा के दौरान डायबिटीज के मरीजों को बार-बार अपना शुगर लेवल जांचते रहना चाहिए। उपवास और मीठे प्रसाद का सेवन शुगर लेवल को बढ़ा सकता है। ऐसे में नियमित अंतराल पर ब्लड शुगर चेक करने से अचानक होने वाले बदलावों पर नियंत्रण रखना आसान होगा।
प्रसाद का सेवन
छठ पूजा के प्रसाद में चीनी, गुड़, और कार्बोहाइड्रेट्स की मात्रा अधिक होती है, जो डायबिटीज मरीजों के लिए हानिकारक हो सकती है। ठेकुआ, गन्ने का रस और गुड़ का सेवन सीमित मात्रा में ही करें। यदि संभव हो तो बिना शक्कर या कम मीठे विकल्पों का प्रसाद तैयार करें।
हाइड्रेटेड रहें
उपवास के दौरान शरीर में पानी की कमी होना सामान्य बात है। डायबिटीज मरीजों के लिए हाइड्रेटेड रहना बहुत जरूरी है, ताकि उनका शुगर लेवल स्थिर रहे। दिनभर में पर्याप्त मात्रा में पानी, नारियल पानी, और सादा नींबू पानी पीते रहें।
फाइबर युक्त फल खाएं
डायबिटीज मरीजों के लिए यह जरूरी है कि वे भूख के दौरान फाइबर युक्त फलों का सेवन करें। सेब, नाशपाती, या संतरा जैसे फलों का सेवन शरीर को ऊर्जा देने के साथ ही शुगर लेवल को भी नियंत्रित रखता है। फाइबर से भरपूर फलों का चयन करना उपवास के दौरान शरीर के लिए फायदेमंद होगा।
हल्की फिजिकल एक्टिविटी करें
उपवास के बावजूद भी डायबिटीज के मरीज हल्की फिजिकल एक्टिविटी या पैदल चलने का अभ्यास करें। यह उनके शुगर लेवल को संतुलित रखने में मदद करता है। खासकर, प्रसाद का सेवन करने के बाद हल्का टहलना रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित रखने में सहायक होता है।
डॉक्टर से परामर्श लें
यदि डायबिटीज मरीजों का शुगर लेवल स्थिर नहीं है, तो उपवास रखने से पहले डॉक्टर से परामर्श लेना जरूरी है। डॉक्टर आपकी स्थिति के अनुसार आपको सुझाव दे सकते हैं और जरूरत पड़ने पर दवा का डोज भी एडजस्ट कर सकते हैं।
प्रसाद तैयार करते समय कम शक्कर का उपयोग करें
यदि आप स्वयं प्रसाद बना रहे हैं, तो चीनी और गुड़ की मात्रा को कम रखें। ठेकुआ, खीर, और अन्य मिठाइयों में शक्कर की मात्रा को कम करके, स्टीविया या अन्य प्राकृतिक स्वीटनर का इस्तेमाल कर सकते हैं।
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं पर आधारित है. JournalistIndia इन मान्यताओं की पुष्टि नहीं करता है. यहां पर दी गई किसी भी प्रकार की जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह अवश्य ले लें.