Congress ने बनाई UP के उपचुनाव से दूरी, अखिलेश की सपा का अकेला सफर, कांग्रेस नेता संभालेंगे प्रचार की कमान
UP By Election 2024: उत्तर प्रदेश की राजनीति में हाल ही में एक बड़ा बदलाव सामने आया है, जब कांग्रेस ने ऐलान किया कि वह इन उपचुनावों में हिस्सा नहीं लेगी। इस निर्णय के बाद राज्य में कांग्रेस के भविष्य को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं।
UP By Election 2024: महाराष्ट्र और झारखंड के अहम चुनावों के बीच, उत्तर प्रदेश में (UP By Poll 2024) एक छोटा चुनाव भी हो रहा है। इसे छोटा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि केवल 9 सीटों पर उपचुनाव होने हैं। हालांकि, सीटों की संख्या कम है, लेकिन मुकाबला बेहद महत्वपूर्ण और बड़ा होने वाला है। उत्तर प्रदेश की राजनीति में हाल ही में एक बड़ा बदलाव सामने आया है, जब कांग्रेस ने ऐलान किया कि वह इन उपचुनावों में हिस्सा नहीं लेगी। इस निर्णय के बाद राज्य में कांग्रेस के भविष्य को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं।
कांग्रेस नहीं लड़ेगी उपचुनाव
सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस ने फैसला किया है कि वह इन उपचुनावों में किसी भी सीट पर अपना उम्मीदवार नहीं उतारेगी। अगर कांग्रेस को उपचुनाव लड़ना होता, तो वह अपने चुनाव चिन्ह पर ही चुनाव लड़ती, लेकिन उसने सभी सीटें समाजवादी पार्टी के लिए छोड़ दी हैं। इसका साफ मतलब है कि इन उपचुनावों में सपा के प्रत्याशी ही पार्टी के सिंबल पर मैदान में उतरेंगे। कांग्रेस जल्द ही एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस निर्णय पर स्पष्टता लाएगी।
बताया जा रहा है, कि पार्टी ने 2027 के विधानसभा चुनाव की तैयारियों पर ध्यान केंद्रित किया है और इस उपचुनाव में सपा का समर्थन करेगी। कांग्रेस का उद्देश्य यह संदेश देना है कि गठबंधन मजबूत और एकजुट है, और वह सपा के लिए प्रचार अभियान में सक्रिय भूमिका निभाएगी।
उत्तर प्रदेश की 9 सीटें, जिन पर चुनाव की तारीख़ों की घोषणा हो चुकी है, उनमें शामिल हैं:
1. अंबेडकरनगर की कटेहरी
2. मैनपुरी की करहल
3. मुजफ्फरनगर की मीरापुर
4. गाजियाबाद सदर
5. मिर्ज़ापुर की मझवां
6. कानपुर की सीसामऊ
7. अलीगढ़ की खैर
8. प्रयागराज की फूलपुर
9. मुरादाबाद की कुंदरकी।
इन सभी सीटों पर 13 नवंबर को मतदान होगा और नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।
अखिलेश यादव ने क्या कहा
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और कन्नौज से सांसद अखिलेश यादव ने घोषणा की है कि सभी सीटों पर उनकी पार्टी के सिंबल ‘साइकिल’ के निशान पर चुनाव लड़ा जाएगा। अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म एक्स पर इस जानकारी को साझा किया। उनकी इस पोस्ट से यह संकेत मिले हैं कि उन सीटों पर, जिनके प्रत्याशी अब तक घोषित नहीं हुए हैं, वहां कांग्रेस के नेताओं को सपा के सिंबल पर चुनाव लड़ने का अवसर दिया जा सकता है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि भले ही सभी 9 सीटों पर सपा का चुनाव चिह्न इस्तेमाल किया जाएगा, लेकिन यूपी में कांग्रेस के साथ इंडिया अलायंस बना रहेगा।
अखिलेश ने इस रणनीति को ‘बात सीट की नहीं, जीत की है’ कहकर परिभाषित किया है। इंडिया गठबंधन के तहत संयुक्त प्रत्याशी सपा के चुनाव चिह्न ‘साइकिल’ के निशान पर सभी 9 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। कांग्रेस और सपा मिलकर एकजुट होकर इस उपचुनाव में जीत हासिल करने के लिए काम कर रही हैं, और इंडिया गठबंधन एक नया अध्याय लिखने की तैयारी में है।