दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025: सर्वेक्षण और जनता का मूड किसके पक्ष में
अभी तक किए गए विभिन्न सर्वेक्षण और आकलन इशारा कर रहे हैं कि इस बार मुकाबला त्रिकोणीय हो सकता है।
Delhi Vidhansabha Election 2025 : दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 का माहौल गर्म है, और सभी प्रमुख राजनीतिक दल अपनी रणनीतियों को अब फाईनल टच देकर जनता के सामने खड़े हो गए हैं. इस बार का चुनाव बेहद खास है क्योंकि यह चुनाव दिल्ली के विकास मॉडल, राजनीतिक ध्रुवीकरण, और जनता के मुद्दों को लेकर निर्णायक साबित हो सकता है।

क्या कहते हैं सर्वेक्षण के नतीजे ?
अभी तक किए गए विभिन्न सर्वेक्षण और आकलन इशारा कर रहे हैं कि इस बार मुकाबला त्रिकोणीय हो सकता है।
1.आम आदमी पार्टी (AAP)
सर्वेक्षणों के अनुसार, पिछले 10 सालों से AAP का मजबूत आधार इस बार डगमगा रहा है, खासकर निम्न और मध्यम वर्ग के मतदाताओं में। हालाकि अरविंद केजरीवाल की मुफ्त बिजली, पानी, शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं की नीतियां अब भी जनता के बीच चुनावी आकर्षण बनी हुई हैं।
अगर विभिन्न सर्वेक्षणों की बात करें तो वो AAP को 30 से 40% वोट शेयर का अनुमान लगा रही हैं।
2. भारतीय जनता पार्टी (BJP)
भाजपा ने इस बार दिल्ली में नई रणनीतियों और नेताओं के साथ चुनावी मैदान में उतरकर आम आदमी पार्टी के सामने आक्रामक रुख अपनाया है। बीजेपी की ही रणनीति कै कि अरविंद केजरीवाल इस बार बैकफुंट पर खड़े नजर आए.
अगर सर्वेक्षण की मानें तो इस बार बीजेपी का भी वोट शेयर 35-40% प्रतिशत तक पहुंचा सकता है। भाजपा इस बार दिल्ली में पिछले चुनावों की अपेक्षा इस बार बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद कर रही है।
3. कांग्रेस (INC)
लगातार 10 साल राज करने के बाद अरविंद केजरीवाल के चक्कर में ही दिल्ली से कोसों दूर जा चुकी कांग्रेस पार्टी भी अब धीरे-धीरे वापसी की कोशिश कर रही है। हालांकि, सर्वेक्षण कांग्रेस को 10-15% वोट शेयर तक सीमित दिखा रहे हैं।
इस बार कांग्रेस पार्टी का जोर पारंपरिक वोटबैंक और नई रणनीतियों पर है।
2025 दिल्ली विधानसभा चुनाव के वो प्रमुख मुद्दे जो नतीजों को प्रभावित करेंगे
- विकास और बुनियादी सेवाएं
AAP सरकार की सरकारी स्कूलों के सुधार, मोहल्ला क्लीनिक और मुफ्त की (रेवड़ियां) योजनाओं का जनता पर मिला जुला प्रभाव दिखने को मिल रहा है।
- महंगाई और बेरोजगारी
दिल्ली में 10 सालों तक सरकार चला चुकी आम आदमी पार्टी दिल्ली में महंगाई और बेरोजगारी को कम नहीं कर पाई है ऐसे में भाजपा इस मुद्दे को उठाकर AAP की नीतियों को चुनौती दे रही है।
- आप के बाद भाजपा कांग्रेस ने भी बांटी फ्री की रेवड़िया
दिल्ली में आप की रेवड़ियों के सामने बीजेपी की रेवड़िया भी खूब पसंद की जा रही हैं, ऐसे में बीजेपी की रेवड़िया आप के लिए चुनौती बनती जा रही हैं
- ध्रुवीकरण और राष्ट्रीय मुद्दे
भाजपा दिल्ली में राष्ट्रीय मुद्दों और सुरक्षा पर जोर देकर चुनावी माहौल बदलने की कोशिश कर रही है।
- फ्री की रेवड़ी, स्थानीय बनाम राष्ट्रीय राजनीति
यह देखना दिलचस्प होगा कि दिल्लीवासी स्थानीय मुद्दों को प्राथमिकता देंगे या राष्ट्रीय राजनीति को।
क्या होगा आग ?
सर्वे ये संकेत देते हैं कि आम आदमी पार्टी एक बार फिर से सत्ता में लौट सकती है, लेकिन भाजपा के लिए यह चुनाव एक बड़ा अवसर है। भाजपा अगर वोट प्रतिशत में थोड़ा भी इजाफा करती है, तो कई सीटों पर समीकरण बदल सकते हैं। जिससे ये चुनाव 2013 की तरह नजर आएगा.
क्यों है दिल्ली का चुनाव महत्वपूर्ण ?
दिल्ली चुनाव विधानसभा चुना 2025 न केवल दिल्लीवासियों के लिए बल्कि पूरे देश के लिए एक राजनीतिक संदेश हो सकता है। जिस दिल्ली से आम आदमी पार्टी ने राजनीतिक करियर शुरूआत की थी उसी दिल्ली में अरविंद केजरीवाल इस बार घिरते हुए नजर आ रहे हैं. ये चुनाव आप के भविष्य के लिए भी निर्णायक साबित होगा. 5 फरवरी को मतदान और 8 फरवरी को मतगणना के बाद यह साफ हो जाएगा कि दिल्ली में विकास मॉडल की जीत होती है या राष्ट्रीय राजनीति का प्रभाव बढ़ता है।