Loksabha Chunav 2024: रिजल्ट आने से पहले ही चुनाव जीत गया BJP का ये प्रत्यााशी, जानिए कैसे?
क्या कांग्रेस हरियाणा में भीतर घात की शिकार हो गई है ? आखिर कांग्रेस हरियाणा में अभी तक अपने उम्मीदवारों के नामों का ऐलान क्यों नहीं कर पा रही है ?
Loksabha Chunav 2024: 4 जून को आम चुनाव के नतीजे घोषित होंगे, लेकिन उससे पहले ही बीजेपी ने इस चुनाव में अपना खाता खोल लिया है. बिना वोटिंग के लिए बीजेपी का एक प्रत्याशी जीत गया है. बीजेपी के इस प्रत्याशी का नाम है मुकेश दलाल Mukesh Dalal, जो पिछले 12 साल में निर्विरोध लोकसभा चुनाव जीतने वाले पहले उम्मीदवार बन गए हैं.
वोटिंग से पहले कैसे जीत गए मुकेश दलाल?
मुकेश दलाल को बीजेपी ने गुजरात की सूरत लोकसभा सीट से अपना प्रत्याशी बनाया था. दरअसल, यहां से कांग्रेस प्रत्याशी नीलेश कुंभानी का पर्चा रद्द हो गया. जबकि अन्य उम्मीदवारों ने अपना नामांकन वापस ले लिया. इसके बाद सूरत के कलेक्टर और रिटर्निंग ऑफ़िसर ने बीजेपी प्रत्याशी मुकेश दलाल के निर्विरोध चुनाव जीतने की घोषणा कर दी.
मैदान में कितने थे उम्मीदवार?
सूरत लोकसभा सीट पर बीजेपी और कांग्रेस समेत कुल 10 प्रत्याशी मैदान में थे. कांग्रेस उम्मीदवार नीलेश कुंभानी का फॉर्म अमान्य हो गया, जबकि अन्य ने अपना नामांकन वापस ले लिया. सोमवार सुबह सूरत लेक्टर कार्यालय पहुंचकर अन्य प्रत्याशी अपना पर्चा वापस लेने लगे. सिर्फ बीएसपी प्रत्याशी प्यारेलाल भारती ने अपना पर्चा वापस नहीं लिया था, लेकिन बाद में उन्होंने भी नामांकन वापस ले लिया.इस तरह बीजेपी प्रत्याशी निर्विरोध चुनाव जीत गए.
कांग्रेस बोली- ये लोकतंत्र की हत्या
कांग्रेस प्रत्याशी का पर्चा रद्द होने पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने बीजेपी को निशाने पर लेते हुए इसे लोकसभा की हत्या बताया. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट कर लिखा- ‘तानाशाह की असली सूरत एक बार फिर देश के सामने है. जनता से अपना नेता चुनने का अधिकार छीन लेना बाबा साहेब अंबेडकर के संविधान को खत्म करने की तरफ बढ़ाया एक और कदम है. मैं एक बार फिर कह रहा हूं- यह सिर्फ सरकार बनाने का चुनाव नहीं है, यह देश को बचाने का चुनाव है, संविधान की रक्षा का चुनाव है.’
कांग्रेस प्रत्याशी का पर्चा क्यों हुआ रद्द?
दरअसल, कांग्रेस प्रत्याशी के पर्चे में गवाहों के नाम और हस्ताक्षर में गड़बड़ी थी. इस कारण उनका पर्चा रद्द कर दिया गया.