Artificial Intelligence risks : AI पर 1984 की चेतावनी किसी ने नहीं सुनी, अब वही हो रहा है !

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस AI : टर्मिनेटर की चेतावनी से आज की हकीकत तक

Artificial Intelligence dangers : 1984 में हॉलीवुड निर्देशक जेम्स कैमरून ( James Cameron ) ने अपनी मशहूर फिल्म टर्मिनेटर ( Terminator ) बनाई थी। उस फिल्म में दिखाया गया था कि कैसे मशीनें इंसानों पर हावी हो जाती हैं और एक दिन मानव सभ्यता को खत्म करने की कोशिश करती हैं। उस समय इसे सिर्फ एक साइंस-फिक्शन माना गया था, लेकिन आज लगभग चार दशक बाद यह कल्पना धीरे-धीरे वास्तविकता का रूप लेती दिखाई दे रही है।

तब एक चेतावनी, आज हकीकत

जेम्स कैमरून ( James Cameron ) की फिल्म ( Film) ( Terminator ) में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का डर उस दौर में काल्पनिक लगता था। परंतु आज ChatGPT जैसे भाषा मॉडल, रोबोटिक्स, स्वचालित हथियार और फेस रिकग्निशन सिस्टम यह साबित कर रहे हैं कि मशीनें अब केवल आदेश मानने वाली नहीं रहीं, बल्कि स्वयं सोचने और निर्णय लेने की क्षमता हासिल कर रही हैं.

AI से जुड़े संभावित खतरे

  1. रोज़गार का संकट- AI आधारित मशीनें और ऑटोमेशन लाखों नौकरियों को खत्म कर रही हैं. बैंकिंग Banking, पत्रकारिता Journalism, शिक्षा Education, स्वास्थ्य Health, यहां तक कि क्रिएटिव क्षेत्रों ( creative fields ) पर भी इसका प्रभाव दिखने लगा है.
  2. साइबर सुरक्षा खतरे – AI को हैकिंग, फेक न्यूज़ और डीपफेक ( AI is being used for hacking, fake news, and deepfakes ) जैसी गतिविधियों के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है. इसका दुरुपयोग चुनावों को प्रभावित करने और और भविष्य में समाज में अराजकता फैलाने तक हो सकता है.
  3. स्वचालित हथियार (Autonomous Weapons) – ड्रोन और रोबोट ( Drones and robots ) अब इंसानों की जगह युद्ध के मैदान में इस्तेमाल किए जा रहे हैं. भविष्य में ये हथियार मानवता के लिए गंभीर खतरा बन सकते हैं.
  4. मानव नियंत्रण से बाहर होना – सबसे बड़ा डर यह है कि अगर AI ने स्वयं के निर्णय लेने की सीमा बढ़ा ली और इंसानी मूल्यों को नज़रअंदाज़ किया, तो स्थिति वही हो सकती है जो टर्मिनेटर Terminator जैसी फिल्मों में दिखाई गई थी.
  5. नैतिक और सामाजिक संकट – AI इंसानों की निजता (Privacy) को खत्म कर सकता है. लगातार निगरानी और डेटा संग्रहण से व्यक्ति की स्वतंत्रता पर खतरा मंडराने लगा है।

अगर AI प्रोफेशनलों पर नियंत्रण नहीं रखा गया तो भविष्य खतरे में

AI मानव जीवन को बेहतर बनाने की अपार क्षमता रखता है-बीमारियों का इलाज, शिक्षा में सुधार, जलवायु परिवर्तन से निपटने जैसे क्षेत्रों में यह वरदान साबित हो सकता है. लेकिन यदि इसे नैतिक नियंत्रण और अंतरराष्ट्रीय कानून के दायरे में नहीं रखा गया, तो वही भविष्य सामने आ सकता है जिसकी चेतावनी जेम्स कैमरून ने 1984 में दी थी। से में अगर AI प्रोफेशनलों पर नियंत्रण नहीं रखा गया तो आने वाला भविष्य खतरे में दिखाई देने लगा है.

आज AI हमारे जीवन का हिस्सा बनता जा रहा है. यह तय करना हमारे हाथ में है कि इसे वरदान बनाया जाए या अभिशाप. अगर हम समय रहते सजग नहीं हुए तो आने वाली पीढ़ियां हमें दोष देंगी कि हमने “टर्मिनेटर” जैसी फिल्मों से मिली चेतावनी को नजरअंदाज क्यों कर दिया. सिर्फ टर्मिनेटर ही नहीं बल्कि हॉलिवुड में बनी कई ऐसी और फिल्में हैं जो इसकी ओर इसारा करती हैं.

AI पर चेतावनी सिर्फ़ जेम्स कैमरून जैसे फ़िल्म निर्माताओं ने ही नहीं दी, बल्कि दुनिया के कई बड़े वैज्ञानिक, टेक लीडर और विचारक भी इसे लेकर चिंता जता चुके हैं। यहां जर्नलिस्ट इंडिया Journalist India आपको बता रहा है कि कब और कैसी चेतावनियां वक्दीत के साथ इस दुनिया को दी गई.

जेम्स कैमरून (फ़िल्म निर्देशक Terminator, 1984)

  • उन्होंने टर्मिनेटर फ़िल्म के ज़रिए दिखाया कि मशीनें इंसान के लिए सबसे बड़ा ख़तरा बन सकती हैं.
  • उनका मानना है कि अगर AI पर नियंत्रण नहीं रहा तो यह इंसानी सभ्यता को नष्ट कर सकती है.

एलन मस्क (Tesla और SpaceX के CEO)

  • एलन मस्क कई बार कह चुके हैं कि AI इंसानियत के लिए परमाणु हथियारों से भी बड़ा ख़तरा है.
  • उन्होंने OpenAI की सह-स्थापना भी इसी सोच से की कि AI को सुरक्षित दिशा दी जा सके.
  • चेतावनी ये है कि अगर “Regulation” नहीं हुआ तो AI अनियंत्रित हो जाएगा.

स्टीफ़न हॉकिंग (विश्व प्रसिद्ध भौतिक वैज्ञानिक)

  • उन्होंने कहा था: “AI की पूर्ण क्षमता का विकास मानव जाति के अंत का कारण बन सकता है.
  • हॉकिंग का मानना था कि AI इंसानों से तेज़ सोचने लगेगा और एक दिन इंसानों को अप्रासंगिक कर देगा.

बिल गेट्स (Microsoft के सह-संस्थापक)

  • बिल गेट्स ने कहा कि वे “AI से डरने वालों के खेमे” में खड़े हैं.
  • उनकी चिंता है कि AI से नौकरियां बड़े पैमाने पर खत्म होंगी और अगर नियंत्रण न हुआ तो यह सामाजिक संकट पैदा करेगा.

सैम ऑल्टमैन (OpenAI के CEO)

  • उन्होंने माना कि AI बेहद शक्तिशाली है और इसे लेकर “existential risk” (अस्तित्व का ख़तरा) मौजूद है.
  • कहा कि हमें AI को सुरक्षित दिशा देने के लिए पारदर्शिता और ग्लोबल रेगुलेशन चाहिए।

संयुक्त राष्ट्र (UN)

  • हाल ही में UN ने कहा कि AI के हथियारों और निगरानी प्रणालियों के गलत इस्तेमाल को रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय कानून बनाना ज़रूरी है।
  • गूगल के पूर्व CEO एरिक श्मिट ने कहा है कि AI का सैन्य इस्तेमाल आने वाले युद्धों को और खतरनाक बना देगा.
  • यूवल नोआ हरारी (इतिहासकार और लेखक) उन्होंने कहा है कि AI लोकतंत्र और समाज की “सच्चाई” की परिभाषा बदल सकता है, क्योंकि डीपफेक और फेक न्यूज़ से सच और झूठ अलग करना मुश्किल होगा.

तो अंदाजा लगाएं जब इसका निर्माण करने वाले ही इसके खतरे से डरे हुए हैं तो फिर आम जनता का क्या होगा.

 

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