Nepal Gen Z Protest Update: काठमांडू हवाई अड्डा; नेपाल की सेना ने कहा—’लूटे हथियार वापस दो’
Nepal Gen Z Protest Update: नेपाल में Gen Z Protest के हिंसक होने के चलते अनिश्चितकाल के लिए काठमांडू एयरपोर्ट को बंद कर दिया गया है. काठमांडू के त्रिभुवन एयरपोर्ट से उड़ान भरने वाली सभी फ्लाइट्स भी अगले आदेश तक रद्द कर दी गई हैं.
Nepal Gen Z Protest Update: नेपाल में Gen Z के उग्र प्रदर्शन के बाद आर्मी ने देश की कमान संभाल ली है. ऐतिहात के तौर पर काठमांडू हवाई अड्डे को बंद कर दिया गया है, सभी उड़ाने रद्द कर दी गई हैं. आपको बता दें कि 8 सितंबर 2025 में नेपाल की राजधानी काठमांडू में Gen-Z (जनरेशन-ज़) के नेतृत्व में व्यापक विरोध प्रदर्शन भड़क उठे—शुरुआत सोशल मीडिया प्रतिबंध के विरोध में हुई, लेकिन प्रदर्शन शीघ्र ही भ्रष्टाचार, असमानता और राजनीतिक जवाबदेही जैसे व्यापक राजनीतिक मुद्दों की ओर मुड़ गए।
नेपाला में प्रदर्शन की शुरुआत कब और कैसे हुई?
8 सितंबर से ही सोशल नेटवर्किंग प्लेटफ़ॉर्म्स (जैसे फेसबुक, व्हाट्सअप, इंस्टाग्राम) पर बैन लगने के बाद युवा सड़कों पर उतर आए। 9 सितंबर को प्रदर्शन हिंसक हो गए—19 से अधिक लोगों की जानें गईं और कई घायल हुए। प्रदर्शनकारियों ने संसद, प्रधान मंत्री कार्यालय, राष्ट्रपति निवास और कई राजनीतिक नेताओं के घरों में आग लगा दी.
हवाई अड्डे का कब्ज़ा और बंदिश
विरोधकारियों ने त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास प्रदर्शन कर उसे आग के हवाले करने की कोशिश की. इस बीच, सेना ने हवाई अड्डे पर कब्ज़ा कर सुरक्षा बढ़ा दी। कई वाणिज्यिक उड़ानों को रद्द या डाइवर्ट कर दिया गया.
नेपाल की सेना का हस्तक्षेप और ‘वापस हथियार’ की मांग
नेपाली सेना ने देशभर में कड़ी प्रतिबंधात्मक व्यवस्था लागू की—दिन में निषेधाज्ञा, रात में कर्फ्यू। साथ ही, सेना ने जनता से अपील की कि जो हथियार, गोला-बारूद लूटे गए या ग़ायब हुए हैं, उन्हें तुरंत वापस करें।
जेलों पर हमले, कैदियों की रिहाई और सीमा की सतर्कता
प्रदर्शनकारियों ने कुछ जेलों पर हमला कर हजारों कैदियों को रिहा कर दिया। विशेष रूप से झुम्का और नख्खू जेलों से क्रमशः 1576 और कई अन्य कैदी भाग गए। भारत के साथ लगते बिहार में सीमा पर अलर्ट जारी कर दिया गया है।
प्रधानमंत्री का इस्तीफ़ा और राजनीतिक हलचल
उग्र प्रदर्शन के बाद नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने 9 सितंबर को इस्तीफ़ा दे दिया। सत्ता में अस्थिरता और विरोध की तीव्रता के बीच, देश राजनीतिक उथल-पुथल से गुजर रहा है। नेपाल फिलहाल सबसे बड़े सामाजिक-राजनीतिक संकट से जूझ रहा है। सड़कों से अब बातचीत और पुनर्निर्माण की तरफ ध्यान बढ़ा है—जहाँ Gen-Z प्रदर्शनकारी और सेना मिलकर कार्रवाई कर रहे हैं। देश संवैधानिक बदलाव, नई सरकार और पारदर्शी शासन की ओर देख रहा है।