“प्रिया प्रकाश वारियर बनीं बैकग्राउंड एक्स्ट्रा: ‘परम सुंदरी’ में जान्हवी कपूर की जगह क्यों चाह रहे हैं फैंस?”
बॉलीवुड न्यूज़ | प्रकाशन तिथि: 8 सितंबर 2025
Film Param Sundari : जब कोई एक्ट्रेस एक झपकती आंख से पूरी दुनिया को अपना दीवाना बना लेती है, तो उससे उम्मीदें भी बढ़ जाती हैं। यही हुआ प्रिया प्रकाश वारियर Priya Prakash Varrier के साथ, जिन्हें हाल ही में रिलीज़ हुई फिल्म ‘परम सुंदरी’ Param Sundari में महज़ एक बैकग्राउंड एक्स्ट्रा के रूप में देख फैंस हैरान रह गए।
वो प्रिया प्रकाश, जो 2019 में एक वायरल वीडियो के जरिए देश की “नेशनल क्रश” बन गई थीं, अचानक भीड़ में गुम दिखीं — और यही नज़ारा सोशल मीडिया पर एक नई बहस की शुरुआत कर गया।
क्या था पूरा मामला?
‘परम सुंदरी’ Param Sundari फिल्म में एक डांस सीन के दौरान प्रिया प्रकाश वारियर को दर्शकों ने पहचान लिया। वह जान्हवी कपूर के पीछे, एक नर्तकी के तौर पर दिखीं — बिना किसी डायलॉग या स्पॉटलाइट के।
कई फैंस के लिए यह न सिर्फ चौंकाने वाला, बल्कि अपमानजनक भी था। लोगों ने सवाल किया — “क्या प्रिया प्रकाश वारियर Priya Prakash Varrier को सिर्फ एक एक्स्ट्रा के तौर पर इस्तेमाल करना सही था?”
फैंस का गुस्सा और भावनाएं
ट्विटर (अब X), इंस्टाग्राम और Reddit जैसे प्लेटफॉर्म पर यूज़र्स की प्रतिक्रिया तीखी थी:
- “वो जान्हवी कपूर Janhvi Kapoor से बेहतर एक्टिंग कर सकती थीं।”
- “नेशनल क्रश को बैकग्राउंड डांसर बना दिया? शर्मनाक!”
- “कास्टिंग डायरेक्टर से पूछो, उन्होंने जान्हवी क्यों चुनी?”
यह सिर्फ एक एक्ट्रेस की अनदेखी नहीं थी — लोगों ने इसे साउथ इंडियन टैलेंट की अवहेलना के रूप में देखा।
जान्हवी कपूर Janhvi Kapoor की कास्टिंग पर सवाल
फिल्म में जान्हवी कपूर एक मलयाली बैकग्राउंड की लड़की का किरदार निभा रही हैं। पर आलोचक और दर्शक — दोनों ने उनके उच्चारण, हाव-भाव और सांस्कृतिक प्रस्तुतिकरण को अस्वाभाविक और सतही बताया।
कई लोगों ने कहा:
“जब प्रिया प्रकाश जैसी मूल मलयाली एक्ट्रेस मौजूद थीं, तो जान्हवी को क्यों लिया गया? क्या यह स्टारकिड संस्कृति का असर है?”
यह सवाल सिर्फ एक फिल्म तक सीमित नहीं रहा — यह मुद्दा बन गया कि क्या बॉलीवुड में अभी भी स्थानीय प्रतिभा को नजरअंदाज किया जाता है?
संस्कृति बनाम कास्टिंग: एक गंभीर बहस
प्रिया प्रकाश वारियर का कैमियो कुछ सेकेंड्स का था, पर उस सेकेंड्स ने एक बहस को जन्म दिया:
- क्या स्टार पावर टैलेंट से ऊपर है?
- क्या भारतीय सिनेमा अभी भी उत्तर बनाम दक्षिण जैसे पूर्वाग्रहों में फंसा हुआ है?
- क्या मलयाली या तमिल किरदारों को निभाने के लिए वाकई ऐसे कलाकारों को लिया जाना चाहिए जो उस संस्कृति को समझते हों?
इन सवालों का जवाब आसान नहीं, लेकिन ज़रूरी है।

प्रिया प्रकाश की चुप्पी भी कुछ कहती है
अब तक प्रिया प्रकाश वारियर ने इस मुद्दे पर कोई बयान नहीं दिया है। यह चुप्पी शायद संयम हो, या फिर किसी रणनीति का हिस्सा।
कई लोग मानते हैं कि शायद उन्हें पहले इस फिल्म में एक बड़ा रोल ऑफर किया गया हो, जिसे बाद में एडिट कर दिया गया हो। हालांकि इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
एक अवसर जो चूक गया
फिल्म ‘परम सुंदरी’ शायद एक हिट हो या फ्लॉप — ये समय बताएगा। लेकिन एक चीज़ साफ है: जब दर्शकों को स्क्रीन पर सच नहीं दिखता, तो वे सवाल उठाते हैं।
प्रिया प्रकाश वारियर को बैकग्राउंड में देखना एक मिस्ड अपॉर्च्युनिटी थी — न सिर्फ उनके लिए, बल्कि भारतीय सिनेमा के लिए भी, जो अब ग्लोबल स्टेज पर सांस्कृतिक प्रामाणिकता (authenticity) की परीक्षा में खड़ा है।
क्या आगे कुछ बदलेगा?
यह तो वक्त ही बताएगा कि फिल्ममेकर्स इस तरह की प्रतिक्रिया से कुछ सीखेंगे या नहीं। पर सोशल मीडिया की आवाज़ ने यह साफ कर दिया है — दर्शक अब केवल चेहरे नहीं, कंटेंट और सच्चाई भी चाहते हैं।
आपका क्या कहना है? क्या प्रिया प्रकाश को जान्हवी की जगह मिलनी चाहिए थी? क्या स्टारकिड्स को प्राथमिकता देना सही है? अपनी राय कमेंट में ज़रूर साझा करें।
ऐसे में सवाल उठते हैं
क्या सच में ‘परम सुंदरी’ में ये उनकी जगह थी?
प्रिया प्रकाश वारियर — जिन्हें कभी एक “विंक” ने नेशनल क्रश बना दिया था — आज उसी बॉलीवुड में एक बैकग्राउंड एक्स्ट्रा बनकर दिखीं।
जी हाँ! ‘परम सुंदरी’ के डांस सीन में जान्हवी कपूर के पीछे, कुछ सेकंड के लिए — बिना किसी डायलॉग, बिना किसी स्पॉटलाइट।
फैंस सदमे में हैं —
“उन्हें लीड रोल मिलना चाहिए था।”
“स्टारकिड्स को ही हर बार मौका क्यों?”
“एक मलयाली लड़की का किरदार, और असली मलयाली एक्ट्रेस को पीछे कर दिया गया!”
क्या ये सिर्फ कास्टिंग का मामला है या फिर सिस्टम की सच्चाई?
अब सवाल सिर्फ प्रिया का नहीं — Representation का है।
आप बताओ —
क्या प्रिया प्रकाश जान्हवी से बेहतर चॉइस होतीं?
क्या ये स्टारकिड संस्कृति का एक और उदाहरण है?