PM Modi ने संविधान की पवित्रता पर जोर देते हुए कांग्रेस को लताड़ा, देश को दिए ये 11 संकल्प, जानें लोकसभा में क्या बोले?
PM Modi Parliment Speech : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में 'संविधान के 75 वर्ष की गौरवशाली यात्रा' पर चर्चा करते हुए भाजपा की भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने करीब दो घंटे का लंबा भाषण दिया....
PM Narendra Modi : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में ‘संविधान के 75 वर्ष की गौरवशाली यात्रा’ पर चर्चा करते हुए संविधान की महत्ता और उसकी रक्षा में भाजपा की भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने कांग्रेस पर तीखे हमले करते हुए इसे संविधान का बार-बार उल्लंघन करने वाला बताया। अपने करीब दो घंटे लंबे भाषण में पीएम मोदी ने देश के इतिहास, संविधान के योगदान, और कांग्रेस द्वारा किए गए गलत कार्यों का भी जिक्र किया है।
संविधान को भारत की ताकत बताया
पीएम मोदी ने कहा कि आजादी के बाद भारत की जिन संभावनाओं पर संदेह जताया गया था, उन्हें संविधान ने असाधारण तरीके से परास्त किया। उन्होंने संविधान को भारत की एकता और शक्ति का आधार बताते हुए कहा, “संविधान की पवित्रता और अखंडता हमारे लिए सर्वोपरि है। जब भी हमारी परीक्षा हुई, हमने इसे सर्वोच्च प्राथमिकता दी।
कांग्रेस पर तीखा हमला
पीएम मोदी ने कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए कहा, “एक परिवार ने संविधान को चोट पहुंचाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। आपातकाल लगाकर, नागरिक अधिकार छीनकर, और प्रेस की स्वतंत्रता पर अंकुश लगाकर संविधान को बार-बार घायल किया गया। संविधान की 75 वर्ष की यात्रा में 55 साल तक एक ही परिवार की कुनीति और कुविचार ने इसे कमजोर किया।
अनुच्छेद 370 का जिक्र
पीएम मोदी ने कहा, “हमने संविधान की भावना का सम्मान करते हुए अनुच्छेद 370 को हटाया और ‘एक देश, एक कर’ की नीति लागू की। ये संविधान की शक्ति और देश की एकता के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दिखाता है।”
नेहरू और कांग्रेस पर आरोप
पीएम मोदी ने पंडित नेहरू पर निशाना साधते हुए कहा, “नेहरू जी ने संविधान सभा में अपने विचार न माने जाने पर अभिव्यक्ति की आजादी पर चोट की। उन्होंने मुख्यमंत्रियों को चिट्ठी लिखकर संविधान में बदलाव की वकालत की थी। उन्होंने वरिष्ठ नेताओं की सलाह को दरकिनार कर अपनी मनमानी की।
‘गरीबी हटाओ’ को बताया सबसे बड़ा जुमला
प्रधानमंत्री ने कांग्रेस के ‘गरीबी हटाओ’ नारे को सबसे बड़ा जुमला बताते हुए कहा, “इस नारे ने कांग्रेस की राजनीति को तो फायदा पहुंचाया, लेकिन गरीबों की स्थिति में कोई बदलाव नहीं हुआ। हमारी सरकार ने गरीबों के उत्थान के लिए वास्तविक कदम उठाए।
शाहबानो केस का जिक्र
पीएम मोदी ने कहा, “राजीव गांधी सरकार ने शाहबानो केस में सुप्रीम कोर्ट के फैसले को पलट दिया। उन्होंने न्याय की जगह कट्टरपंथियों का साथ दिया और संविधान की भावना को कुचल दिया।”
सोनिया गांधी पर तंज
पीएम मोदी ने नेशनल एडवायजरी काउंसिल का जिक्र करते हुए कहा, “मेरे से पहले के प्रधानमंत्री ने स्वीकार किया था कि पार्टी अध्यक्ष सत्ता का केंद्र हैं। एक गैर-संवैधानिक संस्था को पीएमओ के ऊपर बैठा दिया गया था।
25वीं और 50वीं वर्षगांठ का जिक्र
प्रधानमंत्री ने कहा कि संविधान की 25वीं वर्षगांठ आपातकाल के दौरान आई, जब नागरिक अधिकारों और प्रेस की स्वतंत्रता को कुचल दिया गया। वहीं, 50वीं वर्षगांठ के समय अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार थी, जिसने संविधान का सम्मान बढ़ाया।
देश को दिए 11 संकल्प
भाषण के अंत में पीएम मोदी ने देश को 11 संकल्प दिए, जिनमें भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस, गुलामी की मानसिकता से मुक्ति, महिलाओं के नेतृत्व में विकास, और ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ का लक्ष्य शामिल है।
- सभी नागरिकों और सरकार को अपने-अपने कर्तव्यों का निष्ठा और ईमानदारी के साथ पालन करना चाहिए।
- प्रत्येक क्षेत्र और समाज को विकास का समान लाभ प्राप्त हो, और ‘सबका साथ, सबका विकास’ की भावना सशक्त बनी रहे।
- भ्रष्टाचार के खिलाफ शून्य सहनशीलता की नीति अपनाई जाए और भ्रष्टाचार में लिप्त व्यक्तियों की सामाजिक स्वीकृति पूरी तरह समाप्त की जाए।
- देश के कानूनों और परंपराओं का पालन करने में गर्व और सम्मान की भावना विकसित की जाए।
- गुलामी की मानसिकता से छुटकारा पाकर देश की सांस्कृतिक धरोहर पर गर्व किया जाए।
- परिवारवाद से राजनीति को मुक्त कर लोकतंत्र को और मजबूत किया जाए।
- संविधान का आदर किया जाए और उसे राजनीतिक फायदे के लिए नहीं इस्तेमाल किया जाए।
- जो वर्ग संविधान के तहत आरक्षण प्राप्त कर रहे हैं, वह जारी रहना चाहिए, लेकिन धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं दिया जाना चाहिए।
- महिलाओं के नेतृत्व में विकास को प्रमुखता दी जाए, यानी महिला सशक्तिकरण के माध्यम से विकास को बढ़ावा दिया जाए।
- राज्य के समग्र विकास के जरिए देश के समग्र विकास को सुनिश्चित किया जाए।
- “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” के उद्देश्य को सबसे महत्वपूर्ण माना जाए।