Delhi Elections 2025: दिल्ली में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. भले ही चुनावों की तारीखों का ऐलान न हुआ हो, लेकिन दिल्ली की राजनीति जरूर गर्मा गई है. इस बीच AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने 2020 में दिल्ली में हुए दंगे के आरोपी को टिकट देकर माहौल को और भी गर्म कर दिया है. दरअसल, ओवैसी ने दिल्ली के मुस्तफाबाद निर्वाचन क्षेत्र से दिल्ली दंगों के आरोपी ताैहिर हुसैन को अपना प्रत्याशी बनाया है. जिसको लेकर बीजेपी ने AIMIM के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
ताहिर हुसैन को टिकट, बीजेपी की चुनौती
बीजेपी ने ताहिर हुसैन को टिकट मिलने पर बड़े सवाल उठाए हैं. बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने कहा है कि
मुझे आश्चर्य है कि जो व्यक्ति 2020 के दिल्ली दंगों का मास्टरमाइंड है, जो व्यक्ति IB के अफसर अंकित की हत्या में शामिल था . कुछ लोग उसे चुनाव लड़ाना चाहते हैं। असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ने ऐसा किया है। इसकी जितनी भी निंदा की जाए, कम ही होगी। मैं सोच रहा हूं कि उसे कौन वोट देगा – अगर कोई ताहिर को वोट देता है, तो वह मतदाता सीधे तौर पर दिल्ली दंगों और अंकित की हत्या का समर्थन कर रहा है…”
कपिल मिश्रा की चुनौती, तो सात पीढ़ियां याद रखेंगी
बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने अपने आधिकारिक X हैंडल पर एक वीडियो पोस्ट कर ताहिर हुसैन को टिकट देने पर ओवैसी को चुनौती दी. उन्होंने कहा कि दिल्ली दंगे के आरोपी ताहिर हुसैन को टिकट देने का मतलब हिंदुओं को चुनौती देने की कोशिश है.
आइये जानते हैं आखिर कौन है ताहिर हुसैन?
- 2020 के दिल्ली दंगों के दौरान चर्चा में आया था ताहिर हुसैन
- दिल्ली दंगों का मास्टरमाइंड है ताहिर हुसैन
- दिल्ली विधानसभा चुनाव में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM ने ताहिस हुसैन को टिकट दिया है
- AIMIM ने मुस्तफाबाद निर्वाचन क्षेत्र से ताहिर हुसैन को अपना उम्मीदवार बनाया
- 2020 के दिल्ली दंगों में शामिल होने का आरोपी ताहिर फिलहाल जेल में बंद है
- ताहिर हुसैन ने 2017 में आम आदमी पार्टी के टिकट पर पार्षद का चुनाव लड़ा था और जीतकर पार्षद बना था
- ताहिर हुसैन मूल रूप से उत्तर प्रदेश के अमरोहा स्थित पौरारा गांव का रहने वाला है
- 2020 में दिल्ली में हुए दंगों में उत्तर-पूर्वी दिल्ली के करावल नगर इलाके में रहने वाले इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) के सुरक्षा सहायक 26 वर्षीय अंकित शर्मा की दंगाइयों ने हत्या कर दी थी
- इसके पीछे तब के आम आदमी पार्टी के पार्षद ताहिर हुसैन का नाम सामने आया था
- दंगों में ताहिर का नाम आने के बाद आम आदमी पार्टी ने उसे पार्टी से निष्कासित कर दिया था