संविधान दिवस पर PM Modi ने दी शुभकामनाएं, संसद के सेंट्रल हॉल में आयोजित हुआ विशेष कार्यक्रम
PM Modi : प्रधानमंत्री मोदी शाम 5 बजे सुप्रीम कोर्ट के प्रशासनिक भवन परिसर में आयोजित संविधान दिवस समारोह में भाग लेंगे।बता दें, कि भारत का संविधान 26 नवंबर 1949 को अंगीकार किया गया था, और इस वर्ष इसके 75 वर्ष पूरे हो रहे हैं।
PM Modi : देशभर में आज संविधान दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “भारतीय संविधान की 75वीं वर्षगांठ के पावन अवसर पर सभी देशवासियों को संविधान दिवस की बहुत-बहुत शुभकामनाएं। बता दें, कि भारत का संविधान 26 नवंबर 1949 को अंगीकार किया गया था, और इस वर्ष इसके 75 वर्ष पूरे हो रहे हैं।
संविधान की 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में पुराने संसद भवन के केंद्रीय कक्ष, जिसे अब संविधान सदन कहा जाता है, में मुख्य कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, लोकसभा अध्यक्ष, केंद्रीय मंत्री, सांसद और अन्य गणमान्य लोग उपस्थित हैं।
संविधान दिवस समारोह में भाग लेंगे
प्रधानमंत्री मोदी शाम 5 बजे सुप्रीम कोर्ट के प्रशासनिक भवन परिसर में आयोजित संविधान दिवस समारोह में भाग लेंगे। यहां वह भारतीय न्यायपालिका की वार्षिक रिपोर्ट (2023-24) जारी करेंगे और सभा को संबोधित करेंगे। इस कार्यक्रम का आयोजन सुप्रीम कोर्ट द्वारा किया गया है, और इसमें भारत के मुख्य न्यायाधीश सहित अन्य न्यायाधीश भी भाग ले रहे हैं।
सभी देशवासियों को भारतीय संविधान की 75वीं वर्षगांठ के पावन अवसर पर संविधान दिवस की बहुत-बहुत शुभकामनाएं।#75YearsOfConstitution pic.twitter.com/pa5MVHO6Cu
— Narendra Modi (@narendramodi) November 26, 2024
केंद्रीय गृह मंत्री ने क्या कहा
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी इस अवसर पर शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि भारत जैसे विशाल देश में लोकतंत्र की ताकत उसका संविधान है, जो राष्ट्रीय एकता और अखंडता का संदेश देता है। उन्होंने संविधान सभा के ऐतिहासिक निर्णय को याद करते हुए कहा, 26 नवंबर 1949 को संविधान सभा ने संविधान को अंगीकार किया था, जो 26 जनवरी 1950 से लागू हुआ।
शाह ने बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर और अन्य संविधान निर्माताओं के योगदान को याद करते हुए लिखा, संविधान सिर्फ एक पुस्तक नहीं, बल्कि राष्ट्रीय एकता और न्याय का प्रतीक है। यह सभी नागरिकों के लिए समान अधिकार सुनिश्चित करता है और सार्वजनिक जीवन में सर्वोच्च योगदान देने की कुंजी है।
उन्होंने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने संविधान दिवस मनाने की परंपरा शुरू की, जिससे संविधान निर्माताओं के योगदान को स्मरण किया जा सके।
नागरिकों से की अपील
इस वर्ष, जब भारत संविधान की 75वीं वर्षगांठ मना रहा है, अमित शाह और प्रधानमंत्री मोदी दोनों ने सशक्त, समृद्ध और आत्मनिर्भर भारत बनाने का संकल्प लेने की अपील की। साथ ही, सभी नागरिकों से संविधान के आदर्शों को आत्मसात कर राष्ट्र निर्माण में योगदान देने का आग्रह किया गया।