महाराष्ट्र और झारखंड में बजा चुनावी बिगुल, Election Commission ने की 2024 विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा
Election Commission :मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया, कि महाराष्ट्र में चुनाव एक चरण में संपन्न होगा। तो वहीं झारखंड में 2 चरणों में होगा....
Election Commission : चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 की तारीखों का ऐलान कर दिया है, जिसके साथ ही दोनों राज्यों में चुनावी सरगर्मी तेज हो गई है। महाराष्ट्र और झारखंड में होने वाले इन चुनावों को लेकर राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव
महाराष्ट्र में विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर को समाप्त हो रहा है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया, महाराष्ट्र में चुनाव एक चरण में संपन्न होगा। बताया जा रहा है, कि चुनाव 20 नवंबर को होगा। मतगणना 23 नवंबर को होगी।चुनाव आयोग ने इस राज्य में निर्धारित तारीखों पर चुनाव कराने की घोषणा की है। महाराष्ट्र में राजनीतिक दलों के बीच सत्ता की लड़ाई एक बार फिर रोमांचक होने वाली है। वर्तमान में राज्य में सत्तारूढ़ दलों और विपक्ष के बीच खींचतान जारी है, और आगामी चुनावों में यह देखना दिलचस्प होगा कि जनता किसे समर्थन देती है।
झारखंड विधानसभा चुनाव
चुनाव आयोग ने झारखंड में भी चुनावी प्रक्रिया शुरू करने की घोषणा की है। झारखंड में विधानसभा का कार्यकाल 5 जनवरी 2025 को खत्म हो रहा है। झारखंड में 2 चरणों में होगा मतदान पहला चरण में 13 नवंबर को होगा मतदान, तो वहीं दूसरा चरण 20 नवंबर को होगा, और 23 नवंबर को मतगणना होगी. झारखंड की राजनीति में आदिवासी और ग्रामीण मुद्दों का विशेष प्रभाव होता है, और इस बार के चुनावों में यह मुद्दे खास भूमिका निभा सकते हैं।
राजनीतिक दलों की तैयारियां
चुनावी तारीखों की घोषणा के बाद महाराष्ट्र और झारखंड में प्रमुख राजनीतिक दलों ने चुनावी रणनीतियों पर काम शुरू कर दिया है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), कांग्रेस, शिवसेना, एनसीपी, झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो), और अन्य क्षेत्रीय दल अपने-अपने उम्मीदवारों की सूची तैयार करने और जनता के बीच अपनी पकड़ मजबूत करने में जुट गए हैं।
महाराष्ट्र और झारखंड में विधानसभा चुनावों की तारीखों की घोषणा के बाद राजनीतिक तापमान बढ़ गया है। दोनों राज्यों के चुनाव न केवल क्षेत्रीय राजनीति पर बल्कि राष्ट्रीय राजनीति पर भी असर डाल सकते हैं। अब देखना होगा कि आने वाले समय में कौन सी पार्टी इन राज्यों में सत्ता में काबिज होती है और जनता का विश्वास जीतती है।