नई दिल्ली: कोरोना काल में भारत और ऑस्ट्रेलिया के ईच वनडे मैच होने वाले हैं. इसके लिए भारतीय टीम पहले ही ऑस्ट्रेलिया पहुंचकर अभ्यास में जुटी हुई है, इसी बीच भारतीय दल में शामिल खिलाड़ी मोहम्मद सिराज के पिता का निधन हो गया है. जिसके बाद उन्हें स्वदेश आकर पिता के अनितम संस्कार और शोक में डूबे परिवार के साथ वक्त बिताने को कहा गया था, लेकिन खिलाडी ने परिवार से ज्यादा देश को महत्व देते हुए टीम का हिस्सा बना रहना बेहतर समझा. जिसको लेकर खिलाड़ी की तारीफ हो रही है.
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) और बीसीसीआई के सचिव जय शाह ने सिराज को स्वदेश लौटकर शोकाकुल परिवार के साथ वक्त बिताने का विकल्प दिया था, लेकिन खिलाडी ने ऑस्ट्रेलिया में ही रुकना ज्यादा उचित समझा. इसको लेकर खिलाडी की तारीफ हो रही है. अब बीसीसीआई के अध्यक्ष और पूर्व भारतीय खिलाड़ी सौरव गांगुली ने भी खिलाड़ी के इस साहस भरे कदम की तारीफ की है. बोर्ड अध्यक्ष सौरव गांगुली ने त्रासदी की इस घड़ी में जीवटता और मजबूत मानसिकता दिखाने के लिए हैदराबाद के इस तेज गेंदबाज की सराहना की.
उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘मोहम्मद सिराज को इस परिस्थिति का सामना करने के लिये मजबूती मिले. मैं इस दौरे पर उनकी सफलता के लिए शुभकामनाएं देता हूं. जबरदस्त जीवटता.’ एक क्रिकेटर के रूप में सिराज की सफलता में उनके ऑटो चालक पिता की अहम भूमिका रही, जिन्होंने सीमित संसाधनों के बावजूद उन्होंने अपने बेटे की महत्वाकांक्षाओं का समर्थन किया.
इससे पहले बीसीसीआई ने जारी अपनी प्रेस विज्ञप्ति में कहा था कि, ‘बीसीसीआई ने सिराज के साथ एक चर्चा की और दुख की इस घड़ी में उन्हें अपने परिवार के साथ होने के लिए भारत आने का विकल्प दिया गया’ लेकिन इस तेज गेंदबाज ने भारतीय दल के साथ बने रहने और अपने राष्ट्रीय कर्तव्यों को निभाने का फैसला किया है. आपको जानकारी हो कि तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज के पिता मोहम्मद गौस की फेफड़ों की बीमारी के कारण निधन हो गया था. वह 53 बरस के थे.