Uttarakhand : एम्स ऋषिकेश में स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक सुलभ और प्रभावी बनाने के लिए आज से हेली एंबुलेंस और ड्रोन सेवा का शुभारंभ किया गया है। इस नई पहल के तहत दूरदराज के पहाड़ी इलाकों में दवाइयां और चिकित्सा आपूर्ति पहुंचाने के लिए ड्रोन तकनीक का उपयोग किया जाएगा, जिससे आपातकालीन स्थितियों में समय पर मदद पहुंच सके।
हेली एंबुलेंस सेवा के जरिए अब सुदूर गांवों और दुर्गम इलाकों से गंभीर रूप से बीमार मरीजों को एम्स ऋषिकेश तक लाने में मदद मिलेगी।इस मौके पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम है, जो स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार करेगा।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने क्या कहा
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, “हेली एंबुलेंस सेवा से आपातकाल में समय की बचत होगी और इलाज की प्रक्रिया में तेजी आएगी। यह सेवा राज्य के कठिन पहाड़ी क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए विशेष रूप से लाभकारी साबित होगी।”
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री किंजरापु राम मोहन नायडू ने इस अवसर पर कहा कि भारत में चिकित्सा सेवाओं में ड्रोन तकनीक का इस्तेमाल एक क्रांतिकारी कदम है। उन्होंने कहा, “ड्रोन के जरिए दवाइयों की त्वरित आपूर्ति अब उत्तराखंड के दूरदराज के क्षेत्रों में भी आसानी से संभव हो सकेगी। यह पहल भारत के स्वास्थ्य सेवा तंत्र को आधुनिक बनाने और नए तकनीकी साधनों के उपयोग को बढ़ावा देने का एक महत्वपूर्ण उदाहरण है।
तुरंत मिलेगा इलाज
एम्स ऋषिकेश के निदेशक ने बताया कि हेलीकॉप्टर और ड्रोन सेवा से अस्पताल को उन मरीजों तक पहुंचने में मदद मिलेगी जो सड़कों से जुड़ाव न होने की वजह से समय पर इलाज से वंचित रह जाते हैं।