Weather Update : बदलते मौसम ने देशभर में ठंड का अहसास कराते हुए एक नई समस्या खड़ी कर दी है। जहां ठंड ने दस्तक दी है, वहीं डेंगू के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं। एक्स्पर्ट के मुताबिक, ठंड के बावजूद डेंगू फैलाने वाले मच्छरों की संख्या में इजाफा हो रहा है, जिससे स्वास्थ्य संकट बढ़ता जा रहा है। इसके साथ ही दिल्ली और एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण ने हालात और भी गंभीर बना दिए हैं, जो लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर डाल रहा है।
डेंगू का प्रकोप जारी
देश के कई हिस्सों में डेंगू के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। ठंड के मौसम में मच्छरों का असर कम होता है, लेकिन इस बार स्थितियां अलग हैं। डॉक्टरों और हेल्थ एक्स्पर्ट का मानना है कि मौसम में हो रहे बदलाव और अनियमित बारिश के कारण डेंगू फैलाने वाले मच्छरों का प्रजनन तेजी से हो रहा है। खासकर उत्तर भारत में अस्पतालों में डेंगू के मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है।
वायु प्रदूषण से बढ़ती चुनौतियां
इसके अलावा प्रदूषण ने दिल्ली और अन्य बड़े शहरों की हवा को जहरीला बना दिया है। दिल्ली और एनसीआर में वायु गुणवत्ता ‘खतरनाक’ स्तर तक पहुंच गई है, जिससे लोगों की परेशानियां और बढ़ गई हैं। एक्स्पर्ट का कहना है कि डेंगू और प्रदूषण का एक साथ होना, गंभीर स्वास्थ्य खतरों का संकेत है। खासकर बच्चों, बुजुर्गों और अस्थमा रोगियों को अतिरिक्त सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है।
IMD का अलर्ट
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने भी चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि आने वाले दिनों में ठंड और बढ़ सकती है, और इसके साथ ही वायु गुणवत्ता में भी गिरावट होने की संभावना है। दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, और पंजाब में ठंड और प्रदूषण के संबंध में अलर्ट जारी किया गया है। लोगों से आग्रह किया गया है कि वे घर से बाहर निकलते समय मास्क का इस्तेमाल करें और गैर-जरूरी बाहरी गतिविधियों से बचें। खासकर सुबह और शाम के समय वायु प्रदूषण के खतरनाक स्तर तक पहुंचने की चेतावनी दी गई है, जो श्वसन संबंधी समस्याओं को और बढ़ा सकता है।
एक्स्पर्ट ने दी ये सलाह
हेल्थ एक्स्पर्ट का कहना है, कि घर के आस-पास सफाई बनाए रखें, पानी जमा न होने दें, और मच्छरदानी का इस्तेमाल करें। वहीं, प्रदूषण से बचने के लिए घर के अंदर रहें, मास्क पहनें, और खासकर बच्चों और बुजुर्गों को सुरक्षित रखने के उपाय करें।
बदलते मौसम के साथ डेंगू और प्रदूषण की समस्याओं ने आम जनता के लिए चुनौतियां बढ़ा दी हैं। IMD और स्वास्थ्य विभाग की चेतावनी को गंभीरता से लेते हुए सावधानी बरतना आवश्यक है, ताकि इस संकट से निपटा जा सके।