Weather Update : दिल्ली में वायु प्रदूषण का स्तर तेजी से बढ़ता जा रहा है, जिसकी वजह से शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 467 के पार पहुंच गया है। यह स्तर गंभीर श्रेणी में आता है और स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव डाल सकता है। दिल्ली में प्रदूषण के इस संकट के बीच, मौसम विभाग (IMD) ने स्थिति का अपडेट जारी किया है, जिसमें आने वाले दिनों में वायु गुणवत्ता में सुधार की संभावनाओं को कम बताया गया है।
क्या है प्रदूषण की वजह
दिल्ली में प्रदूषण का मुख्य कारण शीतकालीन में तापमान में गिरावट और हवा की दिशा में परिवर्तन है, जो प्रदूषकों को शहर में स्थिर करने का काम करती है। इसके अलावा, किसानों द्वारा जलाए जा रहे खेतों में पराली, निर्माण कार्य, और वाहनों से होने वाला उत्सर्जन भी प्रदूषण में योगदान दे रहा है। विशेष रूप से, दिवाली के आसपास बढ़ती आतिशबाजी भी प्रदूषण के स्तर को और बढ़ा देती है।
स्वास्थ्य पर पड़ेगा प्रभाव
दिल्ली के निवासियों के लिए यह स्थिति बेहद चिंताजनक है। उच्च AQI स्तर के कारण लोगों को सांस लेने में कठिनाई, आंखों में जलन और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। विशेष रूप से बच्चों, वृद्धों और मौसमी बीमारियों से ग्रस्त लोगों को अधिक खतरा है। डॉक्टरों की सलाह है कि लोग घर के अंदर रहें और यदि बाहर जाना जरूरी हो, तो मास्क का उपयोग करें।
मौसम विभाग का अपडेट
इंडियन मीटरोलॉजिकल डिपार्टमेंट (IMD) ने चेतावनी दी है कि आने वाले दिनों में हवा की गुणवत्ता में कोई खास सुधार होने की संभावना नहीं है। IMD ने कहा कि स्थिति अगले कुछ दिनों तक ऐसी ही बनी रह सकती है, जिससे प्रदूषण का स्तर और भी बढ़ सकता है। लोगों को सलाह दी गई है कि वे आउटडोर गतिविधियों को कम करें और वेंटिलेशन की स्थिति का ध्यान रखें।
एक्सपर्ट का मानना है कि दिल्ली में प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है। सरकार को चाहिए कि वह धुएं को कम करने के लिए सख्त नीतियों को लागू करे, जैसे कि वाहनों की जांच, निर्माण कार्यों पर रोक साथ ही, नागरिकों को भी जागरूक रहने की जरूरत है और अपनी आदतों में बदलाव लाने की दिशा में कदम उठाने चाहिए।