Gold : सोने की कीमत में बुधवार(13 नवंबर) को लगातार तीसरे दिन गिरावट आई, जिससे यह चार सप्ताह के सबसे निचले स्तर 77,750 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गई। अखिल भारतीय सर्राफा संघ के अनुसार, मंगलवार को 99.9 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने का भाव 77,800 रुपये प्रति 10 ग्राम था। हालांकि, दो दिनों की गिरावट के बाद चांदी के भाव में उछाल देखा गया, जो 1,200 रुपये बढ़कर 92,500 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई, जबकि पिछली बार यह 91,300 रुपये पर बंद हुई थी।
सोने में गिरावट
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर दिसंबर डिलीवरी के सोने का वायदा मूल्य 204 रुपये (0.27 प्रतिशत) बढ़कर 75,105 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया। एलकेपी सिक्योरिटीज के उपाध्यक्ष और शोध विश्लेषक (कमोडिटी और करेंसी) जतिन त्रिवेदी ने बताया कि अमेरिकी उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) के आंकड़े आने की उम्मीद से सोने को अल्पकालिक समर्थन मिला है। त्रिवेदी के अनुसार, सीपीआई में गिरावट फेडरल रिजर्व के 2 प्रतिशत लक्ष्य की ओर इशारा कर सकती है, जो ब्याज दरों में कटौती की संभावना को बढ़ावा दे सकती है और इससे दीर्घकालिक दृष्टि में सोने की कीमत को समर्थन मिल सकता है।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ कमोडिटी विश्लेषक सौमिल गांधी ने कहा कि बुधवार को सोने में हल्की गिरावट देखी गई, जो निम्न स्तर पर स्थिर हो गई। अमेरिकी चुनावों के बाद डॉलर और ट्रेजरी यील्ड में बढ़ोतरी का असर सोने और चांदी की कीमतों पर पड़ा है। कोटक सिक्योरिटीज के कमोडिटी रिसर्च के एवीपी कायनात चैनवाला ने बताया कि निवेशक अब ट्रम्प की जीत के बाद के असर का आकलन कर रहे हैं, खासतौर से उनके मंत्रिमंडल में चीन के प्रति सख्त रुख वाले सदस्यों की नियुक्तियों के मद्देनजर।
क्या है ताजा रिपोर्ट
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल की ताजा रिपोर्ट में उल्लेख है कि छह महीने की बढ़ोतरी के बाद नवंबर के पहले सप्ताह में वैश्विक गोल्ड ईटीएफ से करीब 809 मिलियन अमेरिकी डॉलर की निकासी हुई है। रिपोर्ट के अनुसार, उत्तरी अमेरिकी फंडों ने बढ़त बनाए रखी, लेकिन एशिया की मजबूत मांग ने निवेश प्रवाह को संतुलित रखा, जिससे अमेरिका-चीन व्यापार तनाव पर चिंताएं सामने आईं। एशियाई बाजार में चांदी 0.85 प्रतिशत बढ़कर 31.02 अमेरिकी डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रही थी।