Manu Bhakar : भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह और पैराएथलीट प्रवीण कुमार को मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार के लिए नामांकित किया गया है। हरमनप्रीत ने पेरिस ओलंपिक में टीम को कांस्य पदक दिलाया, जबकि प्रवीण ने पेरिस पैरालंपिक्स में हाई जंप T64 श्रेणी में एशियाई रिकॉर्ड बनाते हुए गोल्ड मेडल जीता। हालांकि, इस लिस्ट में भारत की स्टार शूटर मनु भाकर का नाम न होना सभी के लिए चौंकाने वाला है, जिन्होंने पेरिस ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन करते हुए इतिहास रच दिया था।
क्या Manu Bhakar ने अवॉर्ड के लिए आवेदन किया था?
मनु भाकर ने पेरिस ओलंपिक में दो ब्रॉन्ज मेडल जीतकर एक ही ओलंपिक में कई पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला शूटर बनकर इतिहास रच दिया। बावजूद इसके, खेल रत्न पुरस्कार के लिए उनका नाम नामांकन सूची में नहीं है। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, खेल मंत्रालय के अधिकारियों का कहना है कि मनु ने इस पुरस्कार के लिए आवेदन नहीं किया था। हालांकि, उनके परिवार के करीबी सूत्रों ने इस दावे को खारिज करते हुए कहा कि मनु ने आवेदन जमा किया था।
यह भी तर्क दिया जा रहा है कि भले ही मनु ने आवेदन नहीं किया हो, उनके प्रदर्शन को देखते हुए मंत्रालय को स्वतः संज्ञान लेकर उनका नाम सूची में शामिल करना चाहिए था। ऐसा उदाहरण पहले भी देखा गया है, जब 2023 में भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद शमी ने अर्जुन पुरस्कार के लिए आवेदन नहीं किया था, लेकिन बीसीसीआई के आग्रह पर उन्हें यह सम्मान दिया गया। मनु भाकर को 2020 में अर्जुन पुरस्कार मिल चुका है, लेकिन ऐसा लगता है कि खेल रत्न पाने के लिए उन्हें और बड़ी उपलब्धियां हासिल करनी होंगी।
Manu Bhakar ने हटाया अपना ट्वीट
पेरिस ओलंपिक के बाद मनु ने खेल रत्न अवॉर्ड को लेकर सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया था, जिसमें उन्होंने लिखा, “क्या मैं मेजर ध्यानचंद खेल रत्न अवॉर्ड की हकदार हूं? धन्यवाद।” हालांकि, यह ट्वीट बाद में हटा दिया गया। ऐसा माना जा रहा है कि यह पोस्ट उच्च अधिकारियों को नाराज कर सकता था।
इस साल अर्जुन पुरस्कार के लिए 30 खिलाड़ियों के नाम नामांकित किए गए हैं। इनमें पेरिस ओलंपिक और हांगझोउ एशियाई खेलों में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाले पहलवान अमन सेहरावत और शूटर स्वप्निल कुसाले व सरबजोत सिंह का नाम भी शामिल है।