Real Estate News : पिछले चार वर्षों में नोएडा ने रियल एस्टेट के क्षेत्र में जो उछाल देखा है, वह देश के बड़े महानगरों – दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु – को पीछे छोड़ चुका है। आंकड़ों के मुताबिक, वर्ष 2020 से 2024 के बीच नोएडा में प्रॉपर्टी की कीमतों में करीब 70% तक की वृद्धि दर्ज की गई है। यह उछाल न केवल निवेशकों और बिल्डरों के लिए उत्साहजनक है, बल्कि यह शहर के बदलते सामाजिक-आर्थिक परिदृश्य की भी तस्वीर पेश करता है।
नोएडा के विकास के पीछे प्रमुख कारण
नोएडा में रियल एस्टेट में आई यह तेजी किसी एक कारण का परिणाम नहीं है, बल्कि कई कारकों का सम्मिलित प्रभाव है। पहला और सबसे बड़ा कारण है बुनियादी ढांचे का तीव्र विकास। यमुना एक्सप्रेसवे, नोएडा-ग्रेटर नोएडा लिंक रोड, और जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट जैसी परियोजनाओं ने इस क्षेत्र को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है। इसके अलावा, मेट्रो विस्तार और IT कंपनियों की बढ़ती उपस्थिति ने भी नोएडा को एक व्यावसायिक और आवासीय केंद्र के रूप में मजबूत किया है।
निवेशकों और खरीदारों की बढ़ती रुचि
कोविड-19 महामारी के बाद जैसे-जैसे रियल एस्टेट मार्केट रिकवर हुआ, निवेशकों की नजर नोएडा जैसे टियर-1.5 शहरों पर पड़ी, जहां अभी भी जमीन और फ्लैट की कीमतें दिल्ली या मुंबई की तुलना में सस्ती थीं। मध्यम वर्ग और ऊपरी-मध्यम वर्ग के खरीदारों ने सेक्टर 150, सेक्टर 93B, सेक्टर 128 जैसे पॉश इलाकों में फ्लैट और प्लॉट खरीदने शुरू किए। साथ ही, नोएडा में लीजहोल्ड से फ्रीहोल्ड कन्वर्जन की सरकारी प्रक्रिया ने भी विश्वास बढ़ाया।
दिल्ली, गुरूग्राम, मुंबई और बेंगलुरु से नोएडा की क्या है तुलना
दिल्ली में पिछले चार सालों में प्रॉपर्टी की कीमतें औसतन 25-30% बढ़ीं, वहीं मुंबई में यह वृद्धि लगभग 40% रही। बेंगलुरु, जो हमेशा से एक स्थिर रियल एस्टेट मार्केट रहा है, वहां यह आंकड़ा 35-38% के आसपास रहा। इसके विपरीत, नोएडा में 70% की बढ़ोतरी ने इसे देश का सबसे तेजी से उभरता हुआ प्रॉपर्टी बाजार बना दिया है।
क्या हैं नोएडा में भविष्य की संभावनाएं
विशेषज्ञों का मानना है कि नोएडा की यह वृद्धि अभी थमी नहीं है। जेवर एयरपोर्ट के शुरू होते ही, यमुना एक्सप्रेसवे के पास के इलाकों में कीमतें और भी ऊपर जाएंगी। सरकार की स्मार्ट सिटी परियोजनाएं और ग्रेटर नोएडा वेस्ट में बढ़ती आबादी भी इस वृद्धि को बनाए रखने में मदद करेंगी।
नोएडा अब सिर्फ एक उपनगर नहीं रहा, बल्कि यह NCR (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र) का सबसे गतिशील और निवेशकों के लिए आकर्षक केन्द्र बन चुका है। यदि वर्तमान रफ्तार बरकरार रही, तो अगले कुछ वर्षों में नोएडा देश के सबसे महंगे रियल एस्टेट बाजारों में शामिल हो सकता है। ऐसे में निवेश की योजना बनाने वालों के लिए यह समय नोएडा की ओर देखने का सबसे उपयुक्त समय है।