Year Ender 2024 : साल 2024 भारतीय विमानन क्षेत्र के लिए मिश्रित परिणाम लेकर आया। इस साल दो एयरलाइंस बंद हो गईं और एक एयरलाइन दिवाला प्रक्रिया के रास्ते पर है। हालांकि, हवाई यात्रियों की संख्या में वृद्धि के कारण विमानों के ऑर्डर में भी बढ़ोतरी हुई, और एक दिन में घरेलू हवाई यात्रियों की संख्या रिकॉर्ड 5 लाख से अधिक हो गई। यात्रियों को हवाई किराए में उतार-चढ़ाव के कारण चिंता का सामना करना पड़ा, खासकर दिवाली और छठ के दौरान जब किराए में जबरदस्त बढ़ोतरी देखी गई। इसके अलावा, इस साल 14 नवंबर तक एयरलाइंस को 999 बार झूठी बम खबरों का सामना भी करना पड़ा। विमानन क्षेत्र में कुछ प्रशिक्षक विमानों की दुर्घटनाएं और दिल्ली एयरपोर्ट के टर्मिनल-1 पर छत गिरने की घटना भी हुई, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई।
2025 में क्या बदलेगा ?
2025 में भारतीय विमानन क्षेत्र में बड़े विलय, बेड़े में वृद्धि, उड़ानों की संख्या में बढ़ोतरी और हवाई अड्डों की संख्या में विस्तार की संभावना है। हालांकि, सप्लाई चेन की समस्याएं अभी भी जारी रहेंगी। नई एयरलाइंस की शुरुआत, पायलटों की थकान से निपटने के लिए संशोधित मानदंडों और कार्बन उत्सर्जन कम करने के प्रयासों पर भी ध्यान रहेगा। मार्च 2025 में समाप्त होने वाले वित्तीय वर्ष में घरेलू हवाई यातायात 16.4 से 17 करोड़ तक बढ़ने की संभावना है। उद्योग का फोकस चौड़े आकार के विमानों की संख्या बढ़ाने, अधिक सीधे विदेशी उड़ान संपर्क स्थापित करने और भारत को वैश्विक विमानन केंद्र बनाने पर होगा।
बता दें, कि वर्तमान में भारतीय विमानन उद्योग का बेड़ा 800 से अधिक विमानों का है, जिसमें 60 से ज्यादा चौड़े आकार के विमान शामिल हैं और 157 हवाई अड्डे हैं। एयर इंडिया ने 12 नवंबर को सिंगापुर एयरलाइंस के आंशिक स्वामित्व वाली विस्तारा का विलय पूरा किया और टाटा समूह ने एयर इंडिया के उड़ान रिटर्न कार्यक्रम का नाम बदलकर ‘महाराजा क्लब’ रखा। विस्तार के क्रम में, एयर इंडिया ने 9 दिसंबर को 100 एयरबस विमानों का ऑर्डर दिया, जिसमें 10 चौड़े आकार के ए350 और 90 संकरे आकार के ए320 विमान शामिल हैं।