Pakistan : पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने की ओर से हाल ही में एक बयान सामने आया है, जहां उन्होंने भारत-पाकिस्तान के संबंधों पर जोर देते हुए कहा, कि “पड़ोसी नहीं बदले जा सकते,” और इस संबंध में दोनों देशों के बीच बेहतर रिश्तों की जरूरत पर जोर दिया। लंदन में लंबे समय तक रहने के बाद हाल ही में पाकिस्तान लौटे शरीफ ने यह बयान ऐसे समय में दिया है जब दोनों देशों के बीच तनावपूर्ण संबंधों को लेकर लगातार चर्चा हो रही है।
बता दें, कि तीन बार प्रधानमंत्री रह चुके और सत्तारूढ़ पाकिस्तान मुस्लिम लीग (एन) के अध्यक्ष ने भारतीय पत्रकारों के एक समूह से बातचीत में जयशंकर की यात्रा को “एक अच्छी शुरुआत” बताया है। उन्होंने उम्मीद जताई कि दोनों देश सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ेंगे।
भारत-पाक रिश्तों में सुधार ?
नवाज शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान और भारत के बीच बेहतर संबंध दोनों देशों के विकास और समृद्धि के लिए जरूरी हैं। साथ ही उन्होंने कहा, कि “हम अपने पड़ोसी बदल नहीं सकते। इसलिए हमें एक-दूसरे के साथ बेहतर संबंधों की दिशा में काम करना चाहिए।” शरीफ ने इस बात पर भी जोर दिया कि दोनों देशों के बीच शांति और स्थिरता क्षेत्रीय सुरक्षा और समृद्धि के लिए महत्वपूर्ण है।
विकास और समृद्धि का रास्ता शांति से गुजरता है
नवाज शरीफ ने आगे कहा, “दोनों देशों को अपने आंतरिक विकास और नागरिकों की समृद्धि पर ध्यान देना चाहिए, और यह तभी संभव है जब हम आपसी संघर्षों को छोड़कर शांति के रास्ते पर आगे बढ़ें।” उन्होंने यह भी कहा कि जब तक भारत और पाकिस्तान के बीच शांति नहीं होगी, तब तक क्षेत्रीय विकास में बाधा बनी रहेगी।
कश्मीर मुद्दे का समाधान जरूरी
शरीफ ने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव का मुख्य कारण कश्मीर मुद्दे को बताया और कहा कि इस मुद्दे का हल शांतिपूर्ण बातचीत के जरिए ही संभव है। उन्होंने आगे कहा, कि “हमेशा की तरह, कश्मीर का मसला दोनों देशों के रिश्तों में सबसे बड़ी बाधा बना हुआ है, लेकिन हमें इसे शांति और संवाद के जरिए सुलझाने की दिशा में काम करना होगा।
भारत और पाकिस्तान के बीच व्यापार
शरीफ ने भारत और पाकिस्तान के बीच व्यापार और आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देने की जरूरत पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंधों में सुधार से ना सिर्फ आर्थिक स्थिति मजबूत होगी, बल्कि जनता के बीच संवाद और सहयोग भी बढ़ेगा।
नवाज शरीफ का यह बयान उस समय आया है जब वे लंबे समय तक लंदन में निर्वासन में रहने के बाद पाकिस्तान लौटे हैं। वे अपनी पार्टी, पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N), को फिर से सशक्त बनाने के प्रयासों में जुटे हैं और आने वाले चुनावों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की तैयारी कर रहे हैं। नवाज शरीफ के इस बयान ने भारत और पाकिस्तान के बीच शांति और सहयोग के मुद्दे को एक बार फिर से चर्चा के केंद्र में ला दिया है।