Haryana School Closed : हरियाणा में बढ़ते वायु प्रदूषण के कारण राज्य सरकार ने पांचवीं कक्षा तक के सभी स्कूलों को स्थायी रूप से बंद करने का निर्णय लिया है। स्कूल शिक्षा निदेशालय ने सभी जिलों के डिप्टी कमिश्नर्स को पत्र लिखकर निर्देश दिए हैं। यह फैसला बढ़ते प्रदूषण स्तर और ग्रैप-3 (ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान) लागू होने के मद्देनजर लिया गया है।
होगी ऑनलाइन पढ़ाई
शिक्षा निदेशालय के पत्र के अनुसार, दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) गंभीर स्थिति में पहुंच चुका है। सभी जिलों के डिप्टी कमिश्नर्स को निर्देश दिए गए हैं कि वे स्थानीय वायु गुणवत्ता का आकलन कर, पांचवीं तक की फिजिकल क्लास बंद करें और बच्चों के लिए ऑनलाइन कक्षाओं की व्यवस्था करें। यह कदम बच्चों की सेहत और सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए उठाया गया है।
AQI गंभीर स्थिति में
वायु प्रदूषण की गंभीर स्थिति के बीच चंडीगढ़ और हरियाणा के कई इलाकों में AQI बेहद खराब श्रेणी में पहुंच चुका है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, चंडीगढ़ का AQI 327, गुरुग्राम का 323, भिवानी का 346, बल्लभगढ़ का 318, जींद का 318, करनाल का 313, कैथल का 334 और सोनीपत का 304 दर्ज किया गया। पंजाब में अमृतसर का AQI 225, लुधियाना का 178, मंडी गोबिंदगढ़ का 203, रूपनगर का 228 और जालंधर का 241 रहा।
AQI की श्रेणियों के अनुसार, 0-50 को ‘अच्छा’, 51-100 को ‘संतोषजनक’, 101-200 को ‘मध्यम’, 201-300 को ‘खराब’, 301-400 को ‘बेहद खराब’ और 401-500 को ‘गंभीर’ माना जाता है। हर साल अक्टूबर-नवंबर में धान की कटाई के बाद पराली जलाने की घटनाएं बढ़ जाती हैं, जो वायु प्रदूषण का प्रमुख कारण मानी जाती हैं। किसान जल्दी गेहूं की बुवाई के लिए खेत साफ करने के लिए पराली जलाते हैं, जिससे दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता खराब हो जाती है।