Congress First List: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए कांग्रेस ने अपनी पहली सूची में 21 उम्मीदवारों के नाम जारी किए हैं। केंद्रीय कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में इसे अंतिम रूप दिया गया। नई दिल्ली सीट से कांग्रेस ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ अपने वरिष्ठ नेता संदीप दीक्षित को मैदान में उतारा है। संदीप दीक्षित की मां, शीला दीक्षित, इसी सीट से तीन बार मुख्यमंत्री रह चुकी हैं। पटपड़गंज सीट पर चौधरी अनिल कुमार कांग्रेस के उम्मीदवार होंगे, जहां आम आदमी पार्टी ने अवध ओझा को टिकट दिया है।
मीनाक्षी नटराजन की अध्यक्षता वाली प्रदेश कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी ने 21 नामों की सूची तैयार की थी, जिसे गुरुवार शाम कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी और केसी वेणुगोपाल की मौजूदगी में मंजूरी दी गई।
कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी के बागी नेता अब्दुल रहमान को सीलमपुर से टिकट दिया है। रहमान हाल ही में आप छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए थे। इसके अलावा, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव को बादली से, और पूर्व मंत्री हारून यूसुफ को बल्लीमारान से चुनाव लड़ने का मौका दिया गया है।
Congress के प्रमुख उम्मीदवार
- संदीप दीक्षित- नई दिल्ली
- देवेंद्र यादव – बादली
- रोहित चौधरी – नांगलोई
- रागिनी नायक – वजीरपुर
- अभिषेक दत्त – कस्तूरबा नगर
- अनिल चौधरी – पटपड़गंज
- मुदित अग्रवाल – चांदनी चौक
- हारून यूसुफ – बल्लीमारान
- अली मेहंदी – मुस्तफाबाद
- अब्दुल रहमान – सीलमपुर (मौजूदा विधायक)
- आदर्श शास्त्री- द्वारका
- अरुणा कुमारी- नरेला
- मंगेश त्यागी- बुराड़ी
- शिवांक सिंघल- आदर्श नगर
- जयकिशन- सुल्तानपर माजरी (एससी)
- प्रवीण जैन- शालीमार बाग
- अनिल भारद्वाज- सदर बाजार
- पीएस बावा- तिलक नगर
- राजेंद्र तंवर- छतरपुर
- जय प्रकाश- अंबेदकर नगर (एससी)
- गर्वित सिंघवी- ग्रेटर कैलाश
आप की चुनाव तैयारियां
आम आदमी पार्टी (AAP) ने कांग्रेस से पहले अपने प्रत्याशियों की सूची जारी की थी। 9 दिसंबर को पार्टी ने अपनी दूसरी सूची में 20 उम्मीदवारों की घोषणा की। इसमें पार्टी ने अपने वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया का निर्वाचन क्षेत्र बदलकर उन्हें जंगपुरा से मैदान में उतारा, जबकि पटपड़गंज सीट पर अवध ओझा को प्रत्याशी बनाया। अब तक AAP ने 31 सीटों के लिए उम्मीदवार घोषित किए हैं, जिसमें 16 मौजूदा विधायकों को टिकट नहीं दिया गया। इस बार पार्टी ने अपने 51% मौजूदा विधायकों को चुनावी दौड़ से बाहर रखा है।