Bihar : बिहार के सीवान जिले से एक बार फिर जहरीली शराब से हुई मौतों की दुखद खबर सामने आई है। जिले में जहरीली शराब पीने से अब तक 20 लोगों की मौत हो चुकी है, जिससे इलाके में हड़कंप मच गया है। मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका जताई जा रही है, क्योंकि कई लोग अस्पताल में गंभीर हालत में भर्ती हैं। तो वहीं मृतक लोगों के परिवार वालों का रो-रोकर बुरा हाल है.
जानें पूरा मामला
मामला सीवान जिले के अलग-अलग गांवों का है, जहां पिछले दो दिनों में कई लोगों की तबीयत बिगड़ने की खबरें सामने आई थीं। शुरुआत में लोगों को उल्टी, पेट दर्द और आंखों की रोशनी कम होने जैसी शिकायतें हुईं। जांच में पता चला कि इन सभी ने एक ही स्थान से शराब का सेवन किया था, जिसके बाद इनकी हालत बिगड़ गई।
सख्त कार्रवाई की मांग
जहरीली शराब से हुई मौतों की खबर फैलते ही इलाके में हड़कंप मच गया। स्थानीय लोग डरे हुए हैं और प्रशासन से तुरंत सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। इस घटना ने एक बार फिर बिहार में शराबबंदी के बावजूद शराब माफियाओं की सक्रियता को उजागर किया है।
जांच शुरू
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है। प्रशासन ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं। पुलिस ने अब तक कई जगहों पर छापेमारी की है और शराब के अवैध कारोबार से जुड़े कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया है।
जहरीली शराब का कहर जारी
बिहार में शराबबंदी के बावजूद जहरीली शराब का कहर रुकने का नाम नहीं ले रहा है। पिछले कुछ वर्षों में राज्य के कई हिस्सों में इस तरह की घटनाएं सामने आती रही हैं, जहां जहरीली शराब पीने से कई लोगों की जान चली गई है।
परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
मृतकों के परिवारों में शोक की लहर है। लोगों का कहना है कि प्रशासन को इस तरह की घटनाओं पर नियंत्रण करने के लिए और सख्त कदम उठाने चाहिए। कई परिवारों ने न्याय और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
सरकार ने क्या कहा
बिहार सरकार ने घटना पर दुख व्यक्त किया है और मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है, कि जहरीली शराब के कारोबार को रोकने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है, और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। सीवान में जहरीली शराब पीने से हुई मौतों ने एक बार फिर राज्य में शराबबंदी के बावजूद अवैध शराब के कारोबार पर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रशासन और सरकार के लिए यह एक बड़ी चुनौती है कि कैसे इस समस्या को जड़ से खत्म किया जाए और निर्दोष लोगों की जान बचाई जा सके।