US China Trade War 2025 : अमेरिकी ने चीन पर सीधे 100 फीसदी टैरिफ लगा दिया है. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इसके साथ साथ चीन पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा है कि चीन दुनिया को बंदी बनाना चाहता है. हर वह चीज कंट्रोल करना चाहता है, जिसके बारे में वह सोचता है. चीन का रेयर अर्थ मिनरल पर उठाया गया कदम चौंकाने वाला है. इसके साथ ही अमेरिका और चीन के बीच व्यापार युद्ध एक बार फिर शुरू होता नजर आ रहा है. अमेरिका ने हाल ही में चीन से आयात होने वाली कुछ प्रमुख वस्तुओं पर 100 प्रतिशत टैरिफ (शुल्क) लगाने का ऐलान कर दिया है. इस फैसले ने वैश्विक बाजारों में हड़कंप मचा दिया है. निवेशक असमंजस में हैं और विश्लेषकों का कहना है कि यह कदम वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला और आर्थिक स्थिरता पर गहरा असर डाल सकता है.
क्या है मामला?
अमेरिका का दावा है कि चीन अवैध सब्सिडी, बौद्धिक संपदा की चोरी, और अनुचित व्यापार व्यवहार में लंबे समय से लिप्त है. व्हाइट हाउस का कहना है कि यह टैरिफ चीन को जिम्मेदारी के दायरे में लाने और अमेरिकी कंपनियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जरूरी है.
100 प्रतिशत टैरिफ मुख्य रूप से इलेक्ट्रिक वाहनों (EVs), चिप्स, सौर पैनलों, और कुछ स्टील-एल्यूमिनियम उत्पादों पर लगाया गया है. इससे इन वस्तुओं की कीमतें अमेरिका में काफी बढ़ सकती हैं.
बाजार की प्रतिक्रिया
इस घोषणा के बाद अमेरिकी और एशियाई शेयर बाजारों में भारी गिरावट देखी गई. टेक्नोलॉजी और मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं. निवेशकों को डर है कि चीन भी जवाबी कार्रवाई करेगा, जिससे वैश्विक व्यापार और भी अस्थिर हो सकता है.
चीन की प्रतिक्रिया
चीन ने अमेरिका के इस कदम की कड़ी निंदा की है और इसे “व्यापारिक आतंकवाद” करार दिया है. चीनी वाणिज्य मंत्रालय ने संकेत दिया है कि वे भी प्रतिशोधात्मक टैरिफ लागू कर सकते हैं, जिससे स्थिति और बिगड़ सकती है.
आगे क्या हो सकता है?
- वैश्विक महंगाई में इजाफा: टैरिफ के कारण वस्तुओं की लागत बढ़ेगी, जिसका असर आम उपभोक्ताओं पर पड़ेगा.
- व्यापार युद्ध की वापसी: अमेरिका और चीन के बीच नई व्यापार जंग छिड़ सकती है, जिससे वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला प्रभावित होगी.
- नई व्यापार रणनीतियां: अमेरिकी कंपनियां वैकल्पिक बाजारों की तलाश कर सकती हैं, जैसे भारत, वियतनाम या मेक्सिको आदि.
- भविष्य की बातचीत: यह संभव है कि दोनों देश कूटनीतिक वार्ताओं के माध्यम से समाधान निकालने की कोशिश करेंगे. अगर ऐसा नहीं हुआ तो भविष्य के लिए खतरे की घंटी होगी.
क्या होगा दुनिया पर इसका असर
अमेरिका द्वारा चीन पर 100 प्रतिशत टैरिफ लगाना एक बड़ा और साहसिक कदम तो है ल्किन क्या ये व्यवहारिक है इस पर चर्चाऐं ते ज हो गई हैं. लेकिन इसके दूरगामी परिणाम भी देखने को मिलेंगे. दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच तनाव का बढ़ना न केवल इन देशों को, बल्कि पूरी वैश्विक अर्थव्यवस्था को प्रभावित कर सकता है. आने वाले हफ्ते तय करेंगे कि यह फैसला एक नई व्यापार नीति की ओर इशारा करता है या फिर एक और आर्थिक टकराव की शुरुआत है.
Trump UN Speech : भारत-चीन और NATO पर गंभीर आरोप, बोले – “रूस-यूक्रेन युद्ध को आप फंड कर रहे हैं”
Share Market News : “ट्रंप के टैरिफ का झटका! फार्मा शेयर धड़ाम, सेंसेक्स 400 अंक लुढ़का”
देश औऱ दुनिया की खबरों के लिए जर्नलिस्ट इंडिया Journalist India पर लॉगिन करें…