Who is Naresh Meena: कौन हैं नरेश मीणा? राजस्थान में जिनकी गिरफ्तारी पर मचा बवाल, SDM को मारा था थप्पड़. आखिर ये नरेश मीणा कौन है, जिसकी गिरफ्तारी ने राजस्थान की सियासत में भूचाल ला दिया है, जर्नलिस्ट इंडिया की इस रिपोर्ट में हम जानेंगे, सबसे पहले ये जान लीजिए की
- नरेश मीणा कांग्रेस पार्टी से बागी होकर निर्दलीय चुनाव में उतरा
- राजस्थान में कांग्रेस ने देवली उनियारा सीट पर दूसरे उम्मीदवार को टिकट दिया, तो मीणा ने निर्दलीय पर्चा भर दिया
- इसके बाद कांग्रेस ने नरेश मीणा को पार्टी से निलंबित कर दिया
- राजस्थान की देवली उनियारा सीट पर उपचुनाव हो रहा है
- एसडीएम थप्पड़ कांड का आरोपी है
अब नरेश मीणा को गिरफ्तार क्यों किया गया है? इसकी वजह भी जान लीजिए. ये सारा विवाद एसडीएम को थप्पड़ मारने से जुड़ा हुआ है. दरअसल, राजस्थान के टोंक में एसडीएम को निर्दलीय उम्मीदवार नरेश मीणा ने थप्पड़ मार दिया था. जिसका वीडियो भी समाने आया है. इसके बाद भारी पुलिस फोर्स के साथ टोंक के एसपी नरेश मीणा को गिरफ्तार करने उसी गांव में पहुंचे, जहां पर वो अपने समर्थकों के साथ धरने पर बैठे थे. इस दौरान वो सरेंडर करने से मना करते रहे, हालांकि मीडिया के सामने पुलिस ने नरेश मीणा को गिरफ्तार कर लिया. अब ये भी जानते हैं आखिर एसडीएम अमित चौधरी और नरेश मीणा के बीच उपचुनाव के दौरान बहसबाजी क्यों हुई ? बात थप्पड़ तक कैसे पहुंच गई?
दरअसल, 13 नवंबर को देवली उनियारा विधानसभा सीट पर उपचुनाव के दौरान जबरदस्त बवाल हुआ. कांग्रेस के बागी और निर्दलीय उम्मीदवार नरेश मीणा चुनाव आयोग पर आरोप लगा रहे थे कि ईवीएम मशीन पर उनका चुनाव चिन्ह ठीक से नजर नहीं आ रहा है, वो हल्का दिख रहा है. वहीं, पुलिस प्रशासन का कहना है कि नरेश मीणा ने समरौता इलाके में मतदान केंद्र में जबरन घुसने की कोशिश की. शासन और पुलिस अधिकारियों ने जब उन्हें रोकने की कोशिश की तो हाथापाई हो गई। मीणा ने आरोप लगाया कि एसडीएम ने तीन मतदाताओं से चोरी-छिपे वोट डलवाए.
पुलिस पर नरेश मीणा का आरोप
इस मुद्दे को लेकर उनकी एसडीएम अमित चौधरी से तीखी कहासुनी हो गई और इस कहासुनी में बातचीत इतनी बढ़ गई कि उन्होंने SDM को थप्पड़ मार दिया. जिसके बाद पूरे इलाके में तनाव बढ़ गया. आरोप है कि मीणा के समर्थकों ने पुलिस पर पत्थरबाजी भी की। इस हिंसक घटना के बाद पुलिस ने भी स्थिति पर काबू पाने के लिए आंसू गैस के गोले दागे। इस विवाद पर मीणा का बयान भी सामने आया है. उन्होंने पुलिस वालों पर आंसू गैस के गोले चलाने का आरोप लगाया है। साथ ही अपने भाग जाने पर भी सफाई देते हुए कहा कि मैं भागा नहीं, बल्कि बेहोश हो गया था. जिसके बाद लोगों ने मुझे सुरक्षित जगह पर पहुंचाया.
घटना के बाद इलाके में भारी सुरक्षा बल तैनात किया गया और पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी। अब इस पूरे विवाद पर राजनीति तेज हो गई है, तो वहीं करणी सेना की तरफ से मीणा को समर्थन मिल गया है. नरेश मीणा की गिरफ्तारी के बाद करणी सेना के अध्यक्ष महिपाल सिंह मकराना ने चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर नरेश मीणा के खिलाफ एकतरफा कार्रवाई की जाती है तो वो इसका विरोध करेंगे. हम बड़ा प्रदर्शन करेंगे।
अब ये पूरा विवाद राजनीति रूप ले चुका है.कौन गलत कौन सही, तो जांच का विषय है, लेकिन उपचुनाव के दौरान हुए इस विवाद ने तनाव का रूप ले लिया है.