Trump Again in America: आखिरकार अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों का सस्पेंस खत्म हुआ और इसी के साथ अमेरिका में एक बार फिर से ट्रंप सरकार बनने जा रही है। डोनाल्ड ट्रंप दूसरी बार अमेरिका के राष्ट्रपति बनने वाले हैं। रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने डेमोक्रेटिक उम्मीदवार कमला हैरिस को राष्ट्रपति की रेस से पछाड़ दिया है। जबकि शुरुआती रुझान में ट्रंप और हैरिस के बीच कांटे की टक्कर चल रही थी। ऐसे में ये जानना जरूरी हो जाता है कि वो कौन-कौन से कारण हैं, जिसकी वजह से अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव की बाजी ट्रंप ने मार ली, आइये जानते हैं…
ट्रंप की जीत की 5 बड़ी वजहें
1- अर्थव्यवस्था
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव 2024 में अर्थव्यवस्था बड़ा मुद्दा रही।कई अमेरिकी लोगों का मानना है कि जो बाइडेन के कार्यकाल में US की अर्थव्यवस्था में काफी उतार-चढ़ाव दिखा। कोरोना महामारी के दौरान अमेरिका को बड़ी आर्थिक चुनौतियों का सामना करना पड़ा। ये वो दौर था जब 2020 में ट्रंप के जाने के बाद जो बाइडेन के हाथ में देश की कमान थी। हाई लेवल हेल्थ बेनिफिट्स के बावजूद कोरोना में 3.5 लाख से भी ज्यादा लोगों की यहां मौत हो गई। अर्थव्यस्था भी धड़ाम हुई, जिसे उभरने में वक्त लगा। अपनी चुनावी रैलियों में ट्रंप ने इसे मुद्दा बनाया और अपने भाषणों में अर्थव्यवस्था का बार-बार जिक्र किया और बताया कि कैसे उनके कार्यकाल में अमेरिकी अर्थव्यवस्था पूरी दुनिया में मजबूत स्थिति में थी। ट्रंप ने जनता को यकीन दिलाया कि वो अर्थव्यवस्था को मजबूत कर सकते हैं।
2- महंगाई
इस चुनाव में ट्रंप ने महंगाई के मुद्दे को भी खूब उछाला। बाइडेन के कार्यकाल में अमेरिका में महंगाई तेजी से बढ़ी। चुनाव प्रचार के दौरान ट्रंप लगातार इस मुद्दे को जनता के बीच लेकर आए और कहा कि उनके कार्यकाल में न सिर्फ महंगाई कम थी, बल्कि अमेरिकी परिवारों की आय भी सुरक्षित थी। ट्रंप ने लोगों को विश्वास दिलाया कि उनकी नीतियां महंगाई को नियंत्रित कर सकती हैं और अर्थव्यवस्था को फिर से पटरी पर ला सकती हैं।
3- जो बाइडेन का कमजोर प्रदर्शन
ट्रंप की जीत का एक कारण जो बाइडेन की बढ़ती उम्र और उनका खराब प्रदर्शन भी रहा, जिसका फायदा उन्होंने उठाया। पहली ही प्रेजिडेंशियल डिबेट में ट्रंप के सामने बाइडेन कमजोर नजर आए। जिससे जनता के बीच उनकी छवि कमजोर नेता के तौर पर दिखी। इसके अलावा उनकी खुद की पार्टी के भीतर उनकी उम्र को लेकर दो फाड़ दिखी, जिस कारण वो पीछे हटने पर मजबूर हुए और उनकी जगह कमला हैरिस को डेमोक्रेटिक का उम्मीदवार बनाया गया, हालांकि कमला हैरिस का देर से मैदान में उतरना भी ट्रंप को फायदा पहुंचा गया।
4- अवैध इमीग्रेशन का मुद्दा
इस चुनाव में अवैध इमीग्रेशन का मुद्दा भावनात्मक रहा, जिसे ट्रंप ने अपने अभियान का मुख्य मुद्दा बनाया और इसे खूब भुनाया। उन्होंने बाइडेन प्रशासन पर इमीग्रेशन के मुद्दे पर लापरवाह रवैया अपनाने के आरोप लगाए। ट्रंप ने अमेरिकी जनता से वादा किया कि वो इमीग्रेशन नीति को कठोर बनाएंगे, ताकि अवैध इमीग्रेशन पर लगाम लगाई जा सके। ज्यादातर लोगों को डोनाल्ड ट्रंप के इस वादे पर भरोसा हुआ और उन्हें उनका ये तरीका पसंद आया।
5- ट्रंप की विदेश नीति
2024 के अमेरिकी चुनाव में बाइडेन की विदेश नीति भी चर्चा में रही, जिसपर ट्रंप ने जमकर हमला किया। खासकर यूक्रेन और मिडिल ईस्ट में बढ़ते संघर्ष को लेकर ट्रंप ने बाइडेन पर कई सवाल उठाए। उन्होंने आरोप लगाए कि इन संघर्षों को सुलझाने में बाइडेन प्रशासन असफल रहा है, जिसका असर अमेरिका की आर्थिक स्थिति पर भी पड़ा है। उन्होंने वादा किया कि अमेरिकी सत्ता के वापसी होने पर वो विदेश नीति में सख्ती अपनाएंगे और अमेरिकी संसाधनों का उपयोग केवल देश के हित में करेंगे।