SIR Latest Update : देशभर में मतदाता सूची को अधिक सटीक और पार्दर्शी बनाने के लिए चल रही SIR (Special Intensive Revision) प्रक्रिया को छह राज्यों में अतिरिक्त समय देने का फैसला लिया गया है. यह कदम इसलिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि बड़ी संख्या में नए मतदाताओं के आवेदन, सुधार और दावे-आपत्तियां प्राप्त हो रही थीं, जिनके सत्यापन के लिए स्थानीय प्रशासन को अधिक समय की आवश्यकता थी।
किन राज्यों में बढ़ी समयसीमा?
चुनाव अधिकारियों द्वारा जारी संशोधित शेड्यूल के अनुसार, निम्न राज्यों में SIR की समयसीमा बढ़ाई गई है:
- उत्तर प्रदेश
- तमिलनाडु
- गुजरात
- मध्य प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह
इन सभी राज्यों में अब प्रशासन को फील्ड वेरिफिकेशन, दस्तावेज़ जांच और मतदाता सूची अपडेट करने के लिए अतिरिक्त दिन मिलेंगे।
समयसीमा बढ़ाने के पीछे कारण
पिछले कुछ हफ्तों में कई राज्यों से बड़ी संख्या में
- नए वोटर रजिस्ट्रेशन
- पता परिवर्तन
- वोटर आईडी सुधार
- और डुप्लीकेट प्रविष्टियों की शिकायतें
प्राप्त हुई थीं। अधिकारियों ने बताया कि इतनी मात्रा में डेटा को समय पर जांचना चुनौतीपूर्ण साबित हो रहा था।
इस वजह से SIR प्रक्रिया को कुछ और समय देना जरूरी हो गया था, ताकि मतदाता सूची पूर्णतः सही और त्रुटिरहित बन सके.
मतदाताओं को क्या फायदा होगा?
समयसीमा बढ़ने से लोगों को यह लाभ मिलेगा कि-
- अपना नाम जोड़ने का अतिरिक्त अवसर
- दस्तावेज़ सुधार कराने के लिए अधिक समय
- गलत प्रविष्टियों को ठीक करवाने का मौका
- युवा मतदाताओं के लिए सरल पंजीकरण
लोकतांत्रिक प्रक्रिया को मजबूत बनाने में मतदाता सूची की गुणवत्ता अहम भूमिका निभाती है, और यही कारण है कि समयसीमा बढ़ाना एक सकारात्मक कदम माना जा रहा है.
अगला चरण क्या होगा?
SIR प्रक्रिया पूरी होने के बाद इन राज्यों में
- संशोधित ड्राफ्ट सूची प्रकाशित की जाएगी
- उसके बाद दोबारा आपत्तियां और सत्यापन का अवसर मिलेगा
- और फिर अंतिम मतदाता सूची जारी कर दी जाएगी