Prayagraj Students Protest : प्रयागराज में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) के बाहर प्रतियोगी छात्रों का विरोध तीसरे दिन भी जारी है। भारी संख्या में अर्धसैनिक बलों के जवान वहां पहुंच चुके हैं, जिससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि छात्रों को प्रदर्शन स्थल से हटाया जा सकता है। छात्रों ने सोमवार से पीसीएस प्री 2024 और आरओ/एआरओ 2023 की परीक्षाओं को लेकर विरोध प्रदर्शन शुरू किया था और उनकी दो प्रमुख मांगें हैं। हालांकि, इन मांगों को लेकर प्रशासन और आयोग के अधिकारियों के साथ बातचीत बेनतीजा रही है, और फिलहाल यह विरोध खत्म होने के संकेत नहीं दिख रहे हैं।
ड्रम और ढोल-ताशे बजाकर अपनी आवाज बुलंद की
विरोध के दूसरे दिन छात्रों ने ड्रम और ढोल-ताशे बजाकर अपनी आवाज बुलंद की, ताकि आयोग के अधिकारियों तक उनकी बात पहुंचे। आंदोलनकारी छात्रों ने खुले आसमान के नीचे रात बिताई और मंगलवार की सुबह फिर से धरने पर बैठ गए, साथ ही आयोग के अध्यक्ष संजय श्रीनेत के खिलाफ नारेबाजी भी की।
इस बीच, यूपीपीएससी ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि छात्रों के सुझावों के आधार पर परीक्षा प्रणाली में सुधार किए गए हैं। आयोग ने कहा कि पीसीएस की मुख्य परीक्षा से वैकल्पिक विषय हटाने और स्केलिंग की मांग भी पूरी की गई है। आयोग ने यह भी बताया कि उच्चतम न्यायालय द्वारा नीट परीक्षा के लिए गठित राधाकृष्णन समिति ने भी दो पालियों में परीक्षा कराने की सिफारिश की थी, और पुलिस भर्ती परीक्षा भी कई पालियों में कराई गई थी।
हालांकि, छात्रों ने अपनी मांग ‘‘एक दिन, एक परीक्षा’’ पर अड़े रहते हुए कहा कि संघ लोक सेवा आयोग एक दिन में परीक्षा करा सकता है, तो यूपीपीएससी को इससे परेशानी क्यों हो रही है।