Journalist India Cover Story :कवर स्टोरी में आज हम बताएंगे आखिर पिछले कुछ सालों में कनाडा भारत के लिए पाकिस्तान जैसा चोला ओड़कर क्यों घूम रहा है ?
उत्तरी अमेरिका में बसा कनाडादस प्रान्त और तीन केन्द्र शासित प्रदेशों से बना एक देश है. कनाडा अटलाण्टिक से प्रशान्त महासागर तक और उत्तर में आर्कटिक महासागर तक फैला हुआ है, लगभग 4 करोड़ की आवादी वाले इस देश की 80 प्रतिशत जनसंख्या शहरों में रहती करती है, अमेरिका, ब्रिटेन समेत बाकी देशों की तरह ही कनाडा की राजनीति भी भारतीयों पर टिकी हुई है, कनाडा में लगभग 84 लाख भारतीय रहते हैं, जबकि 8 लाख के करीब सिख रहते हैं. अब इन भारतीयों पर ही कनाडा की राजनीति भी टिकी है. अगले साल अक्टूबर में कनाडा में चुनाव होने हैं और कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो इस चुनाव को जीतने के लिए सिखों का सहारा लेना चाहते हैं, जिसकों लेकर कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो कनाडा में रहने वाले खालिस्थानियों को संरक्षण दे रहे हैं ताकि उन्हें सिखों का साथ मिल सके. अपने ही देश में अपने ही नेताओं और सांसदों का विरोध झेल रहे जस्टिन ट्रूडो का खालिस्तानियों ने इस तरह से ब्रेनवास कर लिया है कि वो भारत जैसे देश के खिलाफ खड़े हो गए हैं और दोनों देशों के संबंध इतने खराब हो चुके हैं कि दोनों देशों ने अपने अपने राजनयिकों को वास बुला लिया है. कनाडा में रह रहे खालिस्तानी जिन्हें भारत ने आतंकी घोषित किया है वो कनाडा सरकार पर पूरी तरह से हावी हो चुके हैं, पिछले दिनों खालिस्तानी गुरमीत सिंह पन्नू का बयान इसका जीता जागता उदाहरण है, गुरमीत सिंह पन्नू ने कनाडा के एक चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा था कि वो ट्रूडो को कई मुद्दों पर सलाह देते हैं जिसका उदाहरण उन्होंने एम्बेसडरों की वापसी को बताया था. अब ऐसे में जस्टिन ट्रूडो राजनीतिक महत्वाकांशा और खालिस्तानियों के दबाव में पाकिस्तान जैसी हरकतें कर रहे हैं जो कि न तो कनाडा के भविष्य के लिए सही है और न ही ट्रूडो के भविष्य के लिए. कनाडा में एक रानीतिक पार्टी है जिसका नाम न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी, इस पार्टी का संचालन जगमीत सिंह करते हैं और इसी पार्टी के सहयोग से ट्रूडो कनाडा के मुखिया बने हुए है, ये पार्टी बार-बार ट्रूडो की सरकार को गिराने की धमकी देते रहते हैं जिससे ट्रूडो हमेशा दबाव में रहकर ऐसी हरकतें कर रहे हैं. उधर दूसरी ओर खालिस्तान हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर खालिस्तानियों के कहने पर ट्रूडो अमेरिका और ब्रिटेन से सहयोग मांग रहा हैं जिससे मामला और उलझ गया है. आगे इसी मुद्दे पर कवर स्टोरी में हम आपको दिखाएंगे आखिर खालिस्तानियों ने कैसे किया ट्रूडो का ब्रेन वास. बाकी देश और दुनिया की खबरों के लिए जर्नलिस्ट इंडिया डॉट कॉम पर जरूर लागिंन करें..