Colombia : कोलंबिया ने 17 साल के लंबे अभियान के बाद बाल विवाह ( Child Marriage ) को गैरकानूनी घोषित कर एक ऐतिहासिक कदम उठाया है। कोलंबिया की सरकार ने 17 सालों के लंबे प्रयास और आठ बार असफल प्रयासों के बाद, बाल विवाह की अनुमति देने वाले कानून को खत्म करने की बात कही है।
इस बिल के तहत अब 18 वर्ष से कम उम्र के किसी भी व्यक्ति का विवाह नहीं होगा। इसका उद्देश्य नाबालिगों के अधिकारों की रक्षा करना और उन्हें शिक्षा और विकास के अवसर प्रदान करना है। हालांकि, यह कानून बनने के लिए अब भी राष्ट्रपति गुस्तावो पेट्रो के हस्ताक्षर का इंतजार है। बाल विवाह पर रोक लगने के बाद, कोलंबिया लैटिन अमेरिका और कैरिबियन के उन 12 देशों में शामिल हो जाएगा, जिन्होंने बच्चों के अधिकारों की सुरक्षा के लिए यह कदम उठाया है।
वे लड़कियां हैं, पत्नियां नहीं
यह प्रस्ताव पहली बार 2023 में पेश किया गया था और इसके पीछे “वे लड़कियां हैं, पत्नियां नहीं” जैसे नारों का सहारा लिया गया। मौजूदा कानून में 14 वर्ष की आयु में माता-पिता की सहमति से विवाह की अनुमति थी, जो न केवल लड़कियों के खिलाफ हिंसा को बढ़ावा देता था, बल्कि उनके जीवन को सीमित कर देता था।
पार्टी ने जताई खुशी
डिग्निटी एंड कमिटमेंट पार्टी की कांग्रेस सदस्य और विधेयक की सह-लेखिका जेनिफर पेड्राजा ने इस ऐतिहासिक कदम पर खुशी जताते हुए कहा, “कोलंबिया ने बच्चों के खिलाफ व्यवस्थित हिंसा और यौन शोषण को समाप्त करने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। आठ बार के असफल प्रयासों के बाद, हम आखिरकार बाल विवाह पर रोक लगाने में सफल हुए हैं। यह न केवल कोलंबिया बल्कि पूरी दुनिया के लिए एक मजबूत संदेश है कि बच्चों का बचपन सुरक्षित और सम्मानित होना चाहिए।
बाल विवाह का सबसे बड़ा कारण क्या है
पिछले प्रयासों को स्वदेशी समुदायों और विपक्षी गुटों ने विफल कर दिया था, जो इसे परंपराओं और माता-पिता के अधिकारों के लिए खतरा मानते थे। यूनिसेफ के अनुसार, गरीबी बाल विवाह का सबसे बड़ा कारण है, जहां गरीब परिवार अपनी लड़कियों की शादी अमीर उम्रदराज पुरुषों से करा देते हैं।
प्रजनन स्वास्थ्य सेवाओं (Reproductive Health Services) पर काम करने वाले गैर-लाभकारी संगठन प्रोफैमिलिया की कार्यकारी निदेशक मार्ता रॉयो ने इस बदलाव को महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा, “इन लड़कियों को अक्सर अपने रिश्ते या भविष्य के फैसलों में कोई भूमिका नहीं दी जाती। उनके सपने और राय को नजरअंदाज कर दिया जाता है, और उन्हें वस्तु के रूप में देखा जाता है।