Parliament Session: सोरोस का नाम आते ही संसद में बवाल, लोकसभा-राज्यसभा की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित

राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने मामले को गंभीरता से लेते हुए, 10 दिसंबर को सभी फ्लोर लीडर्स की बैठक बुलाई। बैठक का उद्देश्य दोनों पक्षों के बीच संवाद स्थापित करना और संसद में विवादों को सुलझाने के लिए एक मंच तैयार करना था।

Parliament Session : संसद में 9 दिसंबर को कार्यवाही नहीं हो सकी, जब सत्ता पक्ष ने विपक्ष, खासकर कांग्रेस, को जॉर्ज सोरोस के मुद्दे पर घेरने का प्रयास किया। यह हंगामा उस वक्त हुआ जब अडानी और संभल हिंसा को लेकर गतिरोध बना हुआ था और दोनों सदनों में बहस जारी थी।

10 दिसंबर को सभी फ्लोर लीडर्स की बैठक बुलाई

राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने मामले को गंभीरता से लेते हुए, 10 दिसंबर को सभी फ्लोर लीडर्स की बैठक बुलाई। बैठक का उद्देश्य दोनों पक्षों के बीच संवाद स्थापित करना और संसद में विवादों को सुलझाने के लिए एक मंच तैयार करना था। यह बैठक 10:30 बजे शुरू हुई, जिसमें सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों के वरिष्ठ नेता शामिल हुए।

सोमवार को हुए इस हंगामे के बाद, संसद की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई थी। विपक्ष की ओर से जॉर्ज सोरोस पर केंद्रित हमलों की आलोचना की गई थी, जबकि सत्ता पक्ष ने इसे कांग्रेस द्वारा जॉर्ज सोरोस को समर्थन देने के रूप में पेश किया। सत्ताधारी पार्टी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने सोरोस के इशारों पर काम किया और यह देश की राजनीति में विदेशी हस्तक्षेप को बढ़ावा देने का प्रयास हो सकता है।

संसद में हुए गतिरोध और हंगामे के बीच, फ्लोर लीडर्स की बैठक ने दोनों पक्षों के बीच बेहतर संवाद स्थापित करने की संभावना जताई। यह बैठक ऐसी स्थिति में महत्वपूर्ण है, जब विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच तनाव बढ़ चुका है और संसद में गतिरोध की स्थिति उत्पन्न हो गई है।

इस मुद्दे पर अब तक कोई ठोस समाधान सामने नहीं आया है, लेकिन दोनों पक्षों के बीच संवाद की प्रक्रिया जारी है। 10 दिसंबर की बैठक के बाद उम्मीद जताई जा रही है कि संसद की कार्यवाही फिर से सुचारु रूप से चल सकेगी और विवादों का समाधान निकाला जा सकेगा।

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