Stock Market : शेयर बाजार में गिरावट का सिलसिला जारी है, जिससे इन्वेस्टरों की चिंताएं बढ़ रही हैं। आज बाजार में एक और बड़ी गिरावट देखने को मिली, जिसके कारण इन्वेस्टरों को लगभग 5 लाख करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ा। 1 अक्टूबर से लेकर 12 नवंबर तक की अवधि में, शेयर बाजार में निवेशकों के कुल 4,37,06,647 रुपये डूब चुके हैं। निफ्टी 50 अपने उच्चतम 26,000 के स्तर से गिरकर 23,883 अंक पर आ गया, वहीं सेंसेक्स 85,500 से फिसलकर 78,675 अंक पर पहुंच गया है। इस लगातार गिरावट से निवेशकों के मन में असमंजस है कि यह गिरावट कब थमेगी।
क्या है वजह
बाजार में गिरावट का एक प्रमुख कारण चीनी बाजारों और सेमीकंडक्टर शेयरों में कमजोरी है। साथ ही, अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रम्प की नीतियों पर निवेशकों की चिंता के कारण एशियाई बाजारों में भी दबाव बना। बिटकॉइन रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया, क्योंकि निवेशकों को उम्मीद है कि नए अमेरिकी प्रशासन से लाभान्वित होने वाली संपत्तियां अच्छा प्रदर्शन करेंगी, और इस का प्रभाव भारतीय बाजार पर भी पड़ा है।
विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने नवंबर में अब तक 23,547 करोड़ रुपये के शेयर बेचे हैं, जबकि अक्टूबर में उन्होंने 94,017 करोड़ रुपये की बिकवाली की थी। 11 नवंबर को एफआईआई ने 2,306 करोड़ रुपये के शेयरों की बिक्री की, जिससे भारतीय बाजार पर दबाव बढ़ा। इसके अलावा, भारतीय रुपया लगातार निचले स्तर पर बना हुआ है, जो मंगलवार को 84.4125 के न्यूनतम स्तर तक पहुंच गया। डॉलर इंडेक्स में मजबूती के कारण डॉलर ने चार महीनों में अपनी उच्चतम स्थिति को छुआ है, जिससे रुपया प्रभावित हुआ है।
एनालिस्ट को उम्मीद है कि अक्टूबर के मुद्रास्फीति के आंकड़े, जो बाजार बंद होने के बाद जारी होंगे, 5.8% तक पहुंच सकते हैं, जो पिछले 14 महीनों का उच्चतम स्तर होगा। यह डेटा महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे भारतीय रिजर्व बैंक की आगामी नीतियों की दिशा पर असर पड़ सकता है। यदि केंद्रीय बैंक दरों में कटौती का निर्णय लेता है, तो इसका असर बाजार पर पड़ सकता है।
लगभग सभी सेक्टरों में गिरावट दर्ज
कोटक सिक्योरिटीज के इक्विटी रिसर्च हेड श्रीकांत चौहान के अनुसार, आज बाजार में व्यापक बिकवाली हुई, जिसमें निफ्टी 257 अंक गिरा और सेंसेक्स 790 अंक नीचे रहा। लगभग सभी सेक्टरों में गिरावट दर्ज की गई, खासकर पीएसयू बैंक और ऑटो इंडेक्स में लगभग 2% की गिरावट रही। तकनीकी रूप से देखा जाए तो निफ्टी और सेंसेक्स का निचला स्तर 24,000/79,000 पर है और जब तक बाजार इस स्तर से नीचे है, गिरावट जारी रहने की संभावना है।