Gautam Adani : अमेरिकी अभियोजकों द्वारा गौतम अदाणी और उनके सहयोगियों पर सौर ऊर्जा अनुबंध में रिश्वतखोरी का आरोप लगाए जाने के बाद, अदाणी समूह ने स्थिति स्पष्ट करने के लिए कदम उठाए हैं। अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड, समूह की अक्षय ऊर्जा शाखा, ने गुरुवार को घोषणा की कि उसने 60 करोड़ डॉलर के बांड को रद्द कर दिया है।
लगाया ये आरोप
कंपनी ने शेयर बाजार को सूचित किया कि यह निर्णय अमेरिकी अभियोजकों द्वारा लगाए गए आरोपों के बाद लिया गया। अभियोजकों ने गौतम अदाणी और उनके सहयोगियों पर आरोप लगाया है कि उन्होंने सौर ऊर्जा अनुबंधों के लिए विशेष शर्तें हासिल करने के बदले भारतीय अधिकारियों को 25 करोड़ अमेरिकी डॉलर से अधिक की रिश्वत देने की योजना बनाई थी।
अदाणी ग्रीन एनर्जी
बता दें, कि अदाणी ग्रीन एनर्जी ने बांड रद्द करने का यह कदम उसी दिन उठाया, जब उसने 20 साल का ग्रीन बांड अमेरिकी निवेश-ग्रेड बाजार में जारी किया था। इस इश्यू को तीन गुना अधिक आवेदन प्राप्त हुए थे, लेकिन आरोपों के चलते इसे रोक दिया गया।
समूह ने अपने बयान में कहा कि अमेरिका के न्याय विभाग और प्रतिभूति एवं विनिमय आयोग ने गौतम अदाणी, सागर अदाणी और विनीत जैन के खिलाफ आपराधिक और दीवानी कार्रवाई की है। इन घटनाओं के मद्देनजर, अदाणी ग्रीन एनर्जी की सहायक कंपनियों ने अमेरिकी डॉलर मूल्यवर्ग के बांड की पेशकश को फिलहाल रोकने का निर्णय लिया है।
इससे पहले, अदाणी समूह ने जनवरी 2023 में भी हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के बाद 20,000 करोड़ रुपये के अनुवर्ती सार्वजनिक प्रस्ताव (FPO) को रद्द कर दिया था। उस समय, हिंडनबर्ग ने समूह पर “शेयरों में हेरफेर और अकाउंटिंग धोखाधड़ी” का आरोप लगाया था, जिसके कारण समूह के बाजार मूल्य में भारी गिरावट आई थी। हालांकि, अदाणी समूह ने सभी आरोपों का खंडन किया था। समूह की ओर से कहा गया है कि वह इन चुनौतियों के बावजूद अपने निवेशकों के हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और आगे भी सभी आवश्यक कदम उठाएगा।